टी.एन. शर्मा की रिपोर्ट
लखनऊ। कोरोना काल में कोविशील्ड इंजेक्शन बहुतेरे लोगों का रक्षा कवच बना होगा, लेकिन इसने शरीर के कई हिस्सों में अपना साइड इफेक्ट भी छोड़ा।
बीएचयू में हुए एक हालिया शोध के अनुसार कोविशील्ड से लोग सिर्फ दिल के मरीज ही नहीं बने बल्कि शरीर की नसों और जोड़ों में भी दर्द उभरा, दर्द कई माह तक बना रहा।
शोध के निष्कर्ष है कि वैक्सीन लगवाने के बाद 3.7 फीसदी लोगों में मांसपेशियों एवं जोड़ों में दर्द के अलावा 0.5 फ़ीसदी लोगों में मधुमेह 0.5 फीसदी में थायराइड और 2.3 फीसदी लोगों में कमजोरी आई। ऐसे मरीजों में 18.9 फीसदी रिस्क फैक्टर ज्यादा मिले।
बीएचयू में निरियाट्रिक विभाग के प्रोफेसर एसएस चक्रवर्ती और फार्मा कालोजी विभाग की डॉक्टर उपिंदर कौर के निर्देशन में उत्तर भारत के उन 1520 लोगों पर शोध में हुआ, जिन्होंने फरवरी 2021 से अप्रैल 2022 के बीच कोविशील्ड वैक्सीन लगवाई।