टीएन शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। बिशप जॉनशन स्कूल के प्रधानाचार्य का विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है, अभी हाल ही में एक विडिओ सोशल मीडिया पर वाइरल हुआ था जिसमें प्रयागराज स्थित बिशप जानसन गर्ल्स कॉलेज की प्रिंसिपल पारुल सोलमन को कुछ लोगों ने जबरन हटाया और दूसरे प्रिंसिपल को वहां बैठा दिया। विडिओ वायरल होने पर दूसरे प्रिंसिपल ने प्रेस वार्ता करके बताया की वर्तमान प्रिंसिपल को पहले ही नोटिस कोर्ट के आदेश पर दिया गया था की पद खाली कर दें, लेकिन नहीं खाली कर रही थीं, जब वे चार्ज लेने पहुंची तो वहां बाहर से ताला बंद होने की वजह से पता नहीं था कि प्रिंसिपल अंदर थीं। वर्तमान प्रिंसिपल पर गबन का भी आरोप लगाया गया।
वही आज एक प्रेस वार्ता में पहली प्रिंसिपल पारुल सोलेमन ने बताया कि हाईकोर्ट का स्टे था जिसकी वजह से उन्होंने चार्ज नहीं दिया था, वे ही वैधानिक प्रिंसिपल हैं। पारुल सोलेमन ने गबन के आरोप को ख़ारिज किया, बल्कि आरोप लगाया कि जबरन कब्जे कि कार्यवाही के दौरान नौ से दस लाख रूपये ऑफिस में थे वे गायब हैं, इसके अलावां पारुल सोलेमन ने वर्तमान बिशप से अपने जान को खतरा बताया।
पारुल सोलेमन का कहना था कि दो दो एफआई आर हुए हैं लेकिन अभी तक गिरफ़्तारी नहीं हुई है, उनका प्रशासन और मुख्यमंत्री योगी जी से आग्रह है की उनके साथ न्याय हो, उनकी नौकरी छीनने का प्रयास किया गया, उनके सम्मान को ठेस सबके सामने पहुचायी गयी, अब जान को खतरा है।
इस तरह से अभी प्रिंसिपल का विवाद सुलझा नहीं है, बच्चों की पढ़ाई पर भी इसका असर हो रहा होगा, क्योंकि यह विवाद केवल एक प्रिंसिपल पद कि नहीं है बल्कि पूरा सिस्टम डिस्टर्ब लग रहा है। एक ही स्कूल में दो प्रिंसिपल की दावेदारी होना ही अपने आप में आश्चर्य की बात है। पारुल सोलेमन ने कहा कि उन्होंने ही कोर्ट में कोर्ट ऑफ़ कंटेम्प्ट दायर किया है, देखने वाली बात होगी की क्या नतीजा आता है।