टीएन शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। मण्डल रेल प्रबंधक/प्रयागराज हिमांशु बडोनी के नेतृत्व में प्रयागराज मण्डल भारतीय रेलवे के शून्य कार्बन उत्सर्जन के संकल्प में अपना योगदान पूरी क्षमता से दे रहा है। प्रयागराज मण्डल द्वारा सौर ऊर्जा के उत्पादन के प्रयास के क्रम में वित्तीय वर्ष 2023-24 में 600 किलो वाट क्षमता से अधिक सोलर पैनल लगाए गए हैं। रेलवे को पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए प्रयागराज मण्डल ने अपनी ऊर्जा खपत को निरंतर कम करते हुये वैकल्पिक ऊर्जा को बढ़ावा दिया है। प्रयागराज मंडल अपने ऊर्जा दक्षता मानकों को बनाए रखने और सुधारने के लिए समर्पित है।
इसी क्रम में 20 जून को प्रयागराज मण्डल द्वारा स्थापित उत्कृष्ट एवं स्वच्छ ऊर्जा निर्माण के लिए उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक कार्यालय परिसर स्थित तीन कार्यालय भवनों – पावर हाउस, गंगा ब्लॉक एवं सरस्वती ब्लॉक को ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी द्वारा प्रतिष्ठित ‘शून्य प्लस’ और ‘शून्य’ लेबल से प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया है। भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी से सम्मान प्राप्त करने वाली यह इमारतें उत्तर मध्य रेलवे का प्रथम रेलवे कार्यालय भवन हैं ।
ऊर्जा प्रदर्शन सूचकांक में पावर हाउस भवन (-) 59.3 किलो वाट घंटा / वर्ग मीटर / प्रति वर्ष, गंगा ब्लॉक का (-) 7.3 किलो वाट घंटा / वर्ग मीटर / प्रति वर्ष एवं सरस्वती ब्लॉक का 1.73 किलो वाट घंटा / वर्ग मीटर / प्रति वर्ष ईपीआई है जो कि बड़ी उपलब्धि है । इन तीनों भवनों की छत पर संयुक्त सौर ऊर्जा क्षमता 265 किलो वाट की है । इस स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन से प्रति वर्ष 22,63,469/- रुपये की बचत एवं लगभग 288 टन कार्बन डाई आक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी।
यह उपलब्धि कार्बन उत्सर्जन को कम करने और हरित ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में रेलवे के प्रयासों का एक प्रमाण है। भारतीय रेलवे के शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जक मिशन का हिस्सा होने पर प्रयागराज मंडल गर्व है। यह ऊर्जा प्रमाणपत्र तीन वर्षों के लिए वैध हैं । इस उपलब्धि पर वरिष्ठ मण्डल विद्धयुत इंजीनियर कुँवर सिंह यादव ने कहा कि रेलवे में स्वच्छ और हरित ऊर्जा के लिए सौर ऊर्जा उत्पादन पर कार्य किया जा रहा है।
इस ऊर्जा दक्षता पुरस्कार से रेलवे की पर्यावरण और ऊर्जा संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को प्रोत्साहन मिला है। सोलर ऊर्जा उत्पादन सयंत्रों के नियमित सफाई और गुणवत्तापूर्ण रख-रखाव से बेहतर उत्पादन क्षमता और उच्च ऊर्जा उत्पादन सुनिश्चित करने में मदद करता है।
प्रयागराज मण्डल में स्वच्छ ऊर्जा के लिए बेहतर प्रयासों से स्थापित 4465 किलो वाट क्षमता के सोलर पैनल में से 1030 किलो वाट क्षमता के सोलर पैनल रिन्यू एनर्जी द्वारा, 2490 किलो वाट क्षमता के सोलर पैनल अजूर एनर्जी द्वारा एवं 945 किलो वाट क्षमता के सोलर पैनल स्वयं रेलवे द्वारा स्थापित किए गए हैं। प्रयागराज मण्डल के प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी, नैनी, कानपुर सेंट्रल, टूंडला, मानिकपुर, इटावा, दादरी, फ़तेहपुर, विंध्याचल, शिकोहाबाद, मिर्ज़ापुर एवं सूबेदारगंज स्टेशन पर सोलर पैनल कार्यरत हैं।
वित्तीय वर्ष 2023-24 में कानपुर में 10,41,560 यूनिट विधयुत का उत्पादन किया गया और 34,98,421 रुपये की बचत की गयी, टूंडला में 3,25,974 यूनिट विधयुत का उत्पादन किया गया और 10,17,038 रुपये की बचत की गयी एवं प्रयागराज में 20,27,059 यूनिट विधयुत का उत्पादन किया गया और 70,58,108 रुपये की बचत की गयी।