उद्योग जगत के सहयोग से मुक्त विश्वविद्यालय को बनाएंगे स्किल हब – कुलपति
टीएन शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के क्षेत्रीय केंद्र कानपुर के अंतर्गत आने वाले समस्त अध्ययन केन्द्रों की एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन शनिवार को क्षेत्रीय कार्यालय कानपुर पर आयोजित की गयी। कार्यशाला के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय को स्किल हब बनाना है। इसके लिए विश्वविद्यालय कानपुर क्षेत्र के उद्योग जगत के साथ जुड़कर कौशल परक शिक्षा प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि 14 राज्य मुक्त विश्वविद्यालय इस बात से सहमत हैं कि दूरस्थ शिक्षा प्रदान करने का दायित्व मुक्त विश्वविद्यालयों का ही होना चाहिए।
द्विपद्धतिय शिक्षण प्रणाली पूरी व्यवस्था पर संकट है। इस संबंध में यूजीसी से अपील की गई है कि वह इस पर पुनर्विचार करे। दूरस्थ शिक्षा दर्शन में शिक्षा की गुणवत्ता की शिक्षार्थियों तक पहुंच उत्कृष्ट स्व अध्ययन सामग्री के द्वारा पूरी की जा सकती है। पूरे प्रदेश में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ही एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जो अपने छात्रों को स्व अध्ययन सामग्री प्रदान कर रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक स्व अध्ययन सामग्री तैयार करने में सक्रिय हैं।
कार्यशाला में विश्वविद्यालय से प्रवेश प्रभारी प्रोफेसर जे पी यादव एवं डॉ गिरीश कुमार द्विवेदी ने विश्वविद्यालय की नवीन योजनाओं की जानकारी देते हुए समन्वयकों की जिज्ञासाओं का समाधान किया।
क्षेत्रीय केंद्र कानपुर के अंतर्गत आने वाले समस्त 9 जिलों कानपुर, कानपुर देहात ,औरैया, इटावा, हमीरपुर, कन्नौज, उन्नाव, फर्रुखाबाद , फतेहपुर के उपस्थित रहे। नामांकन: संवाद ,संपर्क, एवं संप्रेषण विषय पर आयोजित कार्यशाला में आए हुए प्राचार्य एवं समन्वयकों डॉ अमित द्विवेदी, डॉ विकास सिंह, डॉ विजय प्रताप सिंह, डॉ संदीप कुमार, समीर कुमार जय मंगल सिंह, डॉ वंदना कुमारी आदि ने केंद्रों पर आने वाले विभिन्न समस्याओं को इंगित करते हुए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत कानपुर क्षेत्रीय केंद्र की समन्वयक डॉ रेखा त्रिपाठी ने किया।