टीएन शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। उपेन्द्र चन्द्र जोशी महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे ने परिचालन नियंत्रण केन्द्र प्रयागराज का निरीक्षण किया। महाप्रबंधक, उत्तर मध्य रेलवे के रूप में कार्यभार संभालने के बाद डीएफसीसीआईएल में यह उनका पहला निरीक्षण रहा। यह निरीक्षण आगामी कुंभ मेला-2025 के आयोजन, उसकी तैयारी की जांच तथा भारतीय रेलवे में चलने वाली सभी मालगाड़ियों को ईडीएफसी में स्थानांतरित करने के मॉडल के अनुरूप किया गया।
निरीक्षण के दौरान उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय और डीएफसीसीआईएल के अधिकारी मौजूद रहे। शरत चंद्रायन, प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक, उत्तर मध्य रेलवे, डी के वर्मा मुख्य माल परिवहन प्रबंधक, रजत पुरवार, डीजीएम (जी), ए. बी. सरन मुख्य महाप्रबंधक प्रयागराज पूर्व, देवेंद्र सिंह मुख्य महाप्रबंधक प्रयागराज पश्चिम, आशीष मिश्रा, महाप्रबंधक सुरक्षा, शशिकांत द्विवेदी महाप्रबंधक विद्युत, मन्नू प्रकाश दुबे अपर महाप्रबंधक (संचालन और व्यवसाय विकास)-ईडीएफसी और अन्य डीएफसी अधिकारी मौजूद रहे।
महाप्रबंधक, उत्तर मध्य रेलवे ने सभी नियंत्रण अधिकारियों के साथ बातचीत की, ओसीसी में उपयोग में लाई जा रही सभी तकनीकी जानकारियों की समीक्षा की तथा सभी की सराहना की। महाप्रबंधक मशीन विजन इंस्पेक्शन सिस्टम और हॉट एक्सल बॉक्स डिटेक्टर मशीन के उपयोग और उसके परिणामों से प्रभावित और संतुष्ट थे।
अपने संबोधन के दौरान महाप्रबंधक, उत्तर मध्य रेलवे ने ईडीएफसी में किए जा रहे ट्रेन संचालन की सराहना की। महाप्रबंधक ने सभी अधिकारियों को सलाह दी है कि वे ट्रेन संचालन में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए सभी साथ लगे हुए जोनों जैसे कि पूर्व मध्य रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे, उत्तरी रेलवे के साथ समन्वय करें।
महाप्रबंधक, उत्तर मध्य रेलवे ने मालगाड़ियों की क्षमता और गति बढ़ाने की सलाह दी और रेलवे के एक्सप्रेसवे के रूप में ईडीएफसी के उपयोग के लिए नए स्टॉक और विशिष्ट प्रकार का स्टॉक रेक (जिनकी गति अधिकतम हो) पर काम करने की सलाह दी।
महाप्रबंधक ने सलाह दी कि उत्तर रेलवे, उतर मध्य रेलवे और पश्चिम मध्य रेलवे से आने वाली ट्रेनों की संख्या में वृद्धि के साथ ईडीएफसी में बचे हुए लंबे लूप का कार्य पुरे कर लेने चाहिए। महाप्रभंधक उत्तर मध्य रेलवे ने सुझाव दिया कि इंटरचेंज डिटेंशन से बचने के लिए सिंगल लाइन कनेक्शन के डबल लाइन पर अब पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। इस सम्बन्ध में रेलवे बोर्ड द्वारा अनुमोदित विश्वनाथपुरी, चुनार तथा डगमगपुर लिंक लाइन की परियोजनाओं के सम्बंधित सभी कार्यो को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। महाप्रबंधक ने भीमसेन क्षेत्र के घाटमपुर पावर हाउस और टीएचडीसी खुर्जा पावर प्लांट का रेलवे/डीएफसीसीआईएल के साथ इसके कनेक्शन को अंतिम रूप देने की सलाह दी है।
महाप्रबंधक ने नए पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, नए कानपुर जंक्शन और नए खुर्जा में बनाए जा रहे वातानुकूलित रनिंग रूम की प्रगति की जांच और विश्लेषण किया तथा काम में तेजी लाने को कहा। आने वाले समय में लोको पायलट और ट्रेन मैनेजर इन रनिंग रूम में विश्राम कर सकेंगे और बेहतरीन सुविधाएं प्राप्त कर सकेंगे, जिसमें मनोरंजन कक्ष आदि शामिल हैं।
महाप्रबंधक ने भारतीय रेलवे में कोचिंग ट्रेनों की बेहतर समयबद्धता की भी प्रशंसा की और ईडीएफसी के समन्वय की सराहना की। यह ईडीएफसी में अधिकतम मालगाड़ियों की आवाजाही से कोचिंग ट्रेनों की बेहतर समयबद्धता को दर्शाता है।
समयपालन प्रदर्शन के अनुसार आंकड़े बताते हैं कि पिछले वर्ष की तुलना में उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल में यात्री ट्रेनों की समयपालनता 59.10% से बढ़कर 70.34%, एनआर के मुरादाबाद मंडल में 48.36% से बढ़कर 66.37%, लखनऊ मंडल में 52.33% से बढ़कर 67.87% हो गई है।
महाप्रबंधक ने बैठक के समापन पर कहा कि आने वाले महीनों में ईडीएफसी में मालगाड़ियों की संख्या में और वृद्धि होगी तथा उन्होंने नई उपलब्धियां हासिल करने में पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया।