9 सितंबर तक खुली रहेगी पंजीकरण विंडो
टीएन शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के आगामी 11 सितंबर 2024 को होने वाले 19वें दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए पूरे प्रदेश से अभी तक 1672 शिक्षार्थियों ने पंजीकरण करा लिए हैं। जिनमें प्रयागराज क्षेत्र 424 पंजीकरण के साथ बढ़त बनाए हुए है। कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने आज सभी क्षेत्र के समन्वयकों से कहा कि वह अधिक से अधिक शिक्षार्थियों का पंजीकरण कराकर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करायें जिससे उन्हें भी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने का अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में पंजीकरण की प्रगति धीमी है उसे व्यक्तिगत प्रयास से तेजी से आगे बढ़ाया जाए।
पंजीयन एवं वेबसाइट समिति की समन्वयक प्रोफेसर श्रुति ने अभी तक हुए पंजीकरण की अद्यतन जानकारी देते हुए बताया कि दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए अभी तक पूरे उत्तर प्रदेश से 1672 शिक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया है। जिसमें सबसे अधिक प्रयागराज क्षेत्र से 424, वाराणसी क्षेत्र से 216, लखनऊ क्षेत्र से 189 , झांसी क्षेत्र से 142, गोरखपुर क्षेत्र से 111, आजमगढ़ क्षेत्र से 106, अयोध्या क्षेत्र से 100, कानपुर क्षेत्र से 99, आगरा क्षेत्र से 94, मेरठ क्षेत्र से 77, गाजियाबाद क्षेत्र से 62 तथा बरेली क्षेत्र से 52 शिक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया है।
प्रोफेसर श्रुति ने बताया कि अभी तक पंजीकरण करने वाले छात्रों की संख्या 1120 तथा छात्राओं की संख्या 552 है। उन्होंने बताया कि कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम के निर्देश पर छात्राओं का अधिक से अधिक पंजीकरण कराने के लिए सभी क्षेत्रीय केंद्र समन्वयकों को निर्देशित किया गया है। छात्र-छात्राओं के लिए पंजीकरण प्रपत्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड है। उन्होंने बताया कि सत्रांत परीक्षा दिसम्बर 2023 एवं जून 2024 की परीक्षा के सापेक्ष उत्तीर्ण शिक्षार्थियों को दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए पंजीकरण कराना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि पंजीकरण की विंडो आगामी 9 सितंबर तक खुली रहेगी।
विश्वविद्यालय के जन संपर्क अधिकारी डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र ने बताया कि प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, अयोध्या, झांसी, कानपुर, आगरा, मेरठ, बरेली, आजमगढ़, गाजियाबाद तथा लखनऊ क्षेत्रीय केन्द्र के समन्वयकों को कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने निर्देशित किया है कि वह पंजीकरण करा चुके छात्र-छात्राओं को प्रेरित करें कि वह विश्वविद्यालय में उपस्थित होकर उपाधि प्राप्त करें। कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने परीक्षा नियंत्रक को निर्देशित किया कि पंजीकरण कराने वाले शिक्षार्थियों की उपाधियां समय से तैयार करा ली जाएं।