आगरा। अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। उन्होंने व्यास पीठ से भगवान शिव को लेकर एक ऐसी टिप्पणी कर दी जिसके बाद सारा संत समाज उनके खिलाफ खड़ा हो गया। अनिरुद्धाचार्य महाराज ने भगवान शिव को श्री कृष्ण का साला बता दिया। उन्होंने कहा कि भगवान शिव असल में श्री कृष्ण के साले हैं क्योंकि कृष्ण की शादी उज्जैन में हुई थी।
कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य की इस टिप्पणी से संत समाज में भारी आक्रोश व्याप्त है। जिसका असर आगरा में भी देखने को मिला है आगरा में मनकामेश्वर के महंत योगेश पुरी ने भी इस पर रोज व्यक्त किया है और कहा भगवान शिव को भगवान कृष्ण को साल कैसे बता सकते हैं किस शास्त्र में कहा पर ये लिखा है यह बात बिल्कुल पारे है। अनिरुद्धाचार्य बेकार की बात कर रहे हैं क्योंकि उनको अब लाखों लोग देखते हैं सुनते हैं तो ऐसे महापुरुष से खास तौर से अनिरुद्ध आचार्य जी से मेरा अनुरोध है कि कृपया आपकी बातों को लाखों लोग सुनते हैं धर्म का आधर्म ना करिए अर्थ का अनर्थ मत करिए हो सके तो धर्म की जो सही व्याख्या है इस सही व्याख्या पर आप निर्भर रहिए और लोगों को शास्त्र के माध्यम से पुराणों के माध्यम से आप उन्हें समझाने का प्रयास करिए।