स्वच्छता के लिए स्वैच्छिक और सामूहिक प्रयास पर बल : सतीश कुमार, सीआरबी और सीईओ, रेलवे बोर्ड।

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टीएन शर्मा की रिपोर्ट


प्रयागराज। सभी क्षेत्रीय रेलवे, उत्पादन इकाइयों और रेलवे के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए और न केवल रेलवे स्टेशनों पर, बल्कि ट्रेनों, रेलवे कॉलोनियों और उत्पादन इकाइयों में भी स्वच्छता के स्तर में उल्लेखनीय सुधार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। रेलवे और नोडल कार्यालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में सीआरबी और सीईओ ने कहा कि 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए स्वच्छ भारत दिवस के रूप में मनाया जाता है। 2017 से ‘स्वच्छता ही सेवा’ का एक पखवाड़ा अभियान मनाया जा रहा है। हमें स्वच्छता के लिए स्वैच्छिक और सामूहिक प्रयास को बल देना चाहिए। ‘स्वच्छता ही सेवा’ स्वच्छ भारत मिशन के तहत आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय और पेयजल और स्वच्छता विभाग (जल शक्ति मंत्रालय) की एक संयुक्त पहल है।

भारतीय रेलवे इस वर्ष भी ‘स्वच्छता ही सेवा’ समारोह का आयोजन कर रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष ‘स्वच्छता ही सेवा’-2023 अभियान के दौरान भारतीय रेलवे ने लगभग 6823 रेलवे स्टेशनों पर 70,0000 से अधिक मानव-घंटों के श्रमदान के साथ लगभग 2.5 लाख लोगों को इस अभियान में शामिल किया था। भारतीय रेलवे ने विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जैसे बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान, कबाड़ से सेल्फी पॉइंट बनाना, रेलवे की वेबसाइट पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ लोगो/बैनर पोस्ट करना, ट्रेनों/स्टेशनों में कचरे के उचित निपटान के बारे में यात्रियों को जागरूक करने के लिए नियमित उदघोषणा, जागरूकता बढ़ाने के लिए “स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत” के नारे के साथ प्रभात फेरी निकालना, यात्रियों की जागरूकता के लिए रेलवे स्टेशनों पर गैर सरकारी संगठनों, धार्मिक निकायों और स्कूली बच्चों की मदद से नुक्कड़ नाटक आयोजित करना आदि।

इस वर्ष, स्वच्छ भारत मिशन के शुभारंभ की 10वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में, ‘स्वच्छता ही सेवा’ 2024 अभियान 14 सितंबर (पर्दा उठाने वाला)/17 सितंबर (अभियान का उद्घाटन) से 1 अक्टूबर तक ‘स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता’ थीम के साथ मनाया जा रहा है, जिसमें 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस मनाया जाएगा।

‘स्वच्छता ही सेवा’ 2024 का थीम, “स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” पूरे भारत में स्वच्छता प्रयासों में सामूहिक कार्रवाई और नागरिक भागीदारी की भावना को फिर से जगाने का प्रयास करता है। ‘स्वच्छता ही सेवा’ के स्तंभों की पहचान की गई है जो हैं:-

  • स्वच्छता की भागीदारी
  • संपूर्ण स्वच्छता और स्वच्छता लक्षित इकाई (सीटीयू-स्वच्छता लक्ष्य इकाइयाँ)
  • सफाई मित्र सुरक्षित भारतीय रेलवे।

स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा, जिसका समापन स्वच्छ भारत दिवस पर होगा, यह सभी नागरिकों, भागीदारों और हितधारकों के लिए सक्रिय रूप से भाग लेने का अवसर प्रस्तुत करता है। आइए हम सामूहिक रूप से स्वच्छता बनाए रखने, महात्मा गांधी की विरासत का सम्मान करने और स्वच्छता को जीवन का तरीका बनाने की अपनी प्रतिज्ञा को नवीनीकृत करें। इस वर्ष भी भारतीय रेलवे स्वच्छता ही सेवा अभियान के लिए तैयार है। 3857 स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों (सीटीयू) की पहचान की गई है और अब तक ‘स्वच्छता ही सेवा’ पोर्टल पर 4666 कार्यक्रम बनाए गए हैं। मिशन एक पेड़ मां के नाम के तहत बड़े पैमाने पर पौधारोपण अभियान चलाने का लक्ष्य दिया गया है। सभी रेलवे फील्ड इकाइयों को ‘स्वच्छता ही सेवा’- 2024 मनाने के लिए एक दैनिक गतिविधि कार्यक्रम भी दिया गया है। स्टेशन के आस-पास के इलाकों में स्थित रेलवे ट्रैक और शहरी/अर्धशहरी क्षेत्रों में आने वाले ट्रैक के आसपास के इलाकों की सफाई पर ध्यान दिया जाएगा। प्रतीक्षालय और अन्य स्टेशन परिसरों, कॉलोनियों, रेलवे भवनों/प्रतिष्ठानों आदि में पे एंड यूज शौचालयों सहित नालियों और शौचालयों की सफाई की जाएगी। भारतीय रेलवे इस अभियान को ‘समग्र समाज दृष्टिकोण’ के साथ चलाने का प्रयास करेगी, जिसमें लोगों की भागीदारी पर जोर दिया जाएगा

AT Samachar
Author: AT Samachar

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