टीएन शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। विद्युत लॉबी प्रयागराज के लोको पायलट क्लास-रूम में संरक्षा-सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमे विद्युत-लोको परिचालन विभाग डी.डी.यू., चुनार, प्रयागराज छिवकी,और प्रयागराज जंक्शन मुख्यालय के कुल 42 लोको पायलटो ने भाग लिया।
संरक्षा-सेमिनार के दौरान विगत रेलवे में घटित एस.पी.ए.डी, दुर्घटनाओ और अन्य अनियमिततायो पर क्रमवार चर्चा किया गया। रेलवे बोर्ड की संरक्षा-अभियान-08 पर चर्चा,वरसात के मौसम से सम्बंधित तथा कोहरे के दौरान गाड़ियों का संरक्षित संचालन पर चर्चा किया गया।
(1) लाल सिगनल को बिना बिना उचित प्राधिकार के पास करना एक “एच” क्लास की दुर्घटना है। लाल सिगनल के आगे गाड़ी खड़ी होने पर टक्कर भी हो सकती है,जिससे “ए” क्लास की दुर्घटना हो सकती है,टक्कर के साथ-साथ गाड़ी में आग लग सकती है,जिससे “बी” क्लास की दुर्घटना हो सकती है,यह घटना समपार पर हो सकती है,जिससे “सी” क्लास की दुर्घटना हो सकती है,SPAD के बाद गाड़ी का अवपथन हो सकता है,जिससे “डी” क्लास की दुर्घटना हो सकती है। इस तरह SPAD की दुर्घटना होने से कई क्लास में बदल जाते है।
(2) रेलवे में गाड़ी संचालन के दौरान हमेशा सिस्टम का पालन,सिगनल का पालन और अथॉरिटी का पालन करना चाहिए।अगर इन सभी का पालन नही किया जाता है तो इसे दुर्घटना कहते है।
(3) कोहरे के दौरान सिगनल आस्पेक्ट हरा रहने पर,दो पीला रहने पर,तथा एक पीला रहने पर गाड़ियों की स्पीड।
(4) कोहरे के दौरान मॉडिफाइड आटोमेटिक सिगनल सिस्टम लागू होने पर गाड़ियों का संरक्षित संचालन।
(5) सहायक एवं सामान्य नियम शुद्धि पत्र संख्या 80 पर चर्चा।
(6)इंजन/गाड़ी से जर्क लगने पर लोको पायलट की ड्यूटी क्या है,एवं वगल वाली लाइन का बचाव कैसे करते हैं।
संरक्षा-सेमिनार में संरक्षा सलाहकार चन्द्रिका प्रसाद ने उपरोक्त सभी बिषयो पर संरक्षा-क्लास तथा प्रश्नोत्तरी के माध्यम से बिस्तार से समझाया। संरक्षा-सेमिनार में मुख्य लोको निरीक्षक सुरेश कुमार तथा लालजी भारती, प्रयागराज भी उपस्थित थे।