बरेली। बरेली में अवैध पटाखा फैक्टरी में हुए धमाके मामले में नया खुलासा हुआ है। नाजिम और नासिर लंबे समय से सिरौली में आबादी क्षेत्र के बीच पटाखे बनाने और भंडारण का काम कर रहे थे। दस दिन पहले नासिर की छत पर पटाखे सुखाते वक्त भी एक धमाका हुआ था जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने मामूली रिपोर्ट लिखकर खानापूर्ती कर डाली और इस माले में अग्निशमन विभाग ने भी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की। इसके बाद अवैध धंधेबाजों ने अपना काला कारोबार अपनी ससुराल कल्याणपुर में शिफ्ट कर दिया था।
सिरौली के मोहल्ला कौवा टोला में आतिशबाज नासिर व नाजिम का घर बताया जा रहा है। बताते हैं कि नासिर के पास आतिशबाजी का लाइसेंस है, पर भंडारण का लाइसेंस नहीं है। 22 सितंबर को नासिर जब अपनी छत पर आतिशबाजी सुखा रहा था उस वक्त पटाखों मे आग लग गई थी। उस बीच भी धमाके से पूरा इलाका दहल गया था। मौके पर जब तक पुलिस पहुंचती, तब तक पटाखे और उनका मलबा हटवा दिया गया था।
नासिर के सिरौली कस्बा स्थित घर की तीसरी मंजिल पर ये धमाका हुआ था। तब कस्बा चौकी प्रभारी की ओर से नासिर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। फायर ब्रिगेड भी मौके पर गई थी पर आरोपियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी। मामला रफादफा करने की तैयारी थी चल रही थी।
इस दौरान नासिर व नाजिम ने अपने रुतबे के दम पर धंधा बंद करने के बजाय कही और शिफ्ट कर दिया। वह परिवार समेत ससुराल कल्याणपुर पहुंच गए और वहीं पटाखा बनाने व उसका भंडारण का काम करने लगे। अगर समय रहते जिम्मेदारों कि ओर से कार्रवाई अमल मे लाई जाति तो शायद इतनी बड़ी घटना ना होती, लेकिन पुलिस से सेटिंग के जरिये आबादी के बीच भी काला धंधा लगातार फलता-फूलता रहा और बड़ा हादसा हो गया।
वही दूसरी ओर जिन बेक़सूर लोगों के घर गिरे और नुक्सान हुआ वो बड़ी परेशानी मे आ गये है और अपना दर्द ब्या नहीं कर पाए तो वही कुछ चश्मदीद लोगों का साफ कहना है ऐसा कृत्य करने वालों पर कड़ी कार्यवाही कि जाए।
वही इस मामले के संज्ञान मे आते ही एसएसपी बरेली ने कई पुलिस कर्मियों को निलंबित करने और लाइन हाज़िर कि कार्यवाही भी कि है।