जिलाधिकारी ने ब्लॉकों में किसानों को नैनो यूरिया की उपयोगिता के सम्बन्ध में जागरूक करने के दिये निर्देश
कौशांबी। जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी की अध्यक्षता में मंगलवार को उदयन सभागार में कृषकों को कृषि एवं कृषि से सम्बन्धित विभिन्न विभागों द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की आउटकम समीक्षा एवं आत्मा योजना की गवर्निंग बैठक आहूत की गई।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा सम्बन्धित विभागों-कृषि, उद्यान, मत्स्य, भूमि संरक्षण अधिकारी, लघु सिंचाई, मण्डी, जिला खाद्य एवं विपणन से सम्बन्धित विभाग के अध्यक्षों के साथ बैठक किया गया था, जिसमें जिलाधिकारी द्वारा लक्ष्य एवं पूर्ति के ऑकड़ों की समीक्षा के स्थान पर लाभ प्राप्त करने वाले कृषकों की आय में होने वाले बृद्धि व जीवन शैली में आने वाले बदलाव का मापदण्ड निर्धारित करने एवं प्रत्येक विभाग के योजनाओं की क्षेत्र स्तर पर मॉनीटरिंग कर आउटकम लाने के निर्देश दिये गये। उन्हांने नैनो यूरिया की सभी समितियों में पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता बनाये रखने के निर्देश दियें। उन्होंने कहा कि समितियों में कितना नैनो यूरिया है व कितना किसानों ने लिया है इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। उन्हांने कहा कि ब्लॉकों में किसानों को नैनो यूरिया को बढ़ावा देने के सम्बन्ध में जागरूक किया जाय। उप कृषि निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया गया है इससे कई किसान लाभान्वित हो रहें है। किसान अपनी मिट्टियों की कमियों को जानकर उसमें सुधार कर खेती में लाभ प्राप्त कर रहें है क्योकि खेत की मिट्टी में जॉच से मालूम चल जाता है कि जिसमें नाईट्रोजन,जिंक व पोटास आदि की क्या कमी है जिसमें किसान संस्तुत मात्रा में उर्वरकों के प्रयोग से अनावाश्यक उर्वरक पर होने वाले लागत से किसानो को बचत हो जाती है।
जिला उद्यान अधिकारी द्वारा केले के उत्पादन एवं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से होने वाले लाभ का विवरण समीक्षा बैठक में प्रस्तुत किया जिसके क्रम में जिलाधिकारी द्वारा बैठक में उपस्थित समस्त अधिकारियों पशुपालन, मत्स्य, उद्यान, सहकारिता, कृषि, लघु सिंचाई, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत, नहर एवं सिंचाई, भूमि संरक्षण को निर्देशित किया गया कि कृषकों को दिये गये योजना का लाभ, नई तकनीकी के प्रचार-प्रसार का लाभ लाभार्थी व्यवहारिक रूप से कर रहा है अथवा नहीं यदि नई तकनीकी का उपयोग अपने व्यवसाय में कर रहा है तो उससे लाभार्थी कृषको को कितना लाभ हुआ तथा उसकी आर्थिक दशा में कितना सुधार आया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव, उप कृषि निदेशक सतेन्द्र कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 ए0के0 सागर, सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।