इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली, कुलपति की अवैध नियुक्ति, व्याप्त भ्रष्टाचार, छात्र हितों के विभिन्न मुद्दों को लेकर “छात्रसंघ बहाली संघर्ष मोर्चा” के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया।

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त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट

प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सभी छात्र संगठनों व छात्रों ने “छात्रसंघ बहाली संघर्ष मोर्चा” के बैनर तले प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर छात्रसंघ बहाली, कुलपति की अवैध नियुक्ति, विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार, कैंपस में अलोकतांत्रिक माहौल एवं छात्र हितों के विभिन्न मुद्दों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तमाम सवाल खड़ा किया एवं छात्र हितों के मुद्दों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करते हुए मीडिया के समक्ष अपनी बात रखी।

  1. विश्वविद्यालय में छात्रों के विभिन्न समस्याओं व भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले छात्र संघ पर बैन क्यों..?
  2. छात्रसंघ बहाली संघर्ष मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल बहुत जल्द ऑक्टा के पदाधिकारियों से मिलकर छात्रसंघ बहाली पर समर्थन की मांग करेगा।
    3.छात्रसंघ बहाली संघर्ष मोर्चा इस लड़ाई को आरपार लड़ने के मूड में है।
    केवल छात्रसंघ बहाली, फीस वृद्धि वापसी ही नहीं बल्कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विभागों एवं संघटक कालेजों को बचाने की हमारी जिम्मेदारी है।
  3. इलाहाबाद विश्वविद्यालय की मुखिया, कुलपति की नियुक्ति अवैध एवं गैरकानूनी है, माननीय उच्च न्यायालय के अधीन लंबित है। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है व उस शिक्षण संस्थान का क्या हश्र होगा जिसके एकेडमिक मुखिया की नियुक्ति ही कृपा नियुक्ति हो या जुगाड़ नियुक्ति हो।
  4. विश्वविद्यालय में तानाशाही इस कदर हावी है कि अगर कोई छात्र की समस्याओं को लेकर आवाज उठाता है तो उसे निलंबित व निष्कासित सहित मुकदमे देकर अपराधी बना दिया जाता है जो की पूरी तरह एक लोकतंत्रात्मक संस्थान में न्यायोचित नहीं है।
    6- विश्वविद्यालय कैंपस में इस प्रकार अलोकतांत्रिक माहौल बना हुआ है की विश्वविद्यालय के चीफ़ प्राॅक्टर द्वारा छात्रों के ऊपर लाठियां चलाई जाती हैं, उनके साथ बदतमीजी पूर्वक दुर्व्यवहार किया जाता है, बाद में छात्रों के द्वारा आंदोलन होता है तो विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जांच कमेटी बैठाई गई, लेकिन आज 7 महीने हो गए और जांच कमेटी के रिपोर्ट बिना पुनः उनको के चीफ़ प्राॅक्टर बनाया गया आखिर क्यों…??
    छात्र संघ बहाली संघर्ष मोर्चा ऐसे तानाशाह चीफ़ प्रॉक्टर की बर्खास्तगी की मांग करता है।
  5. हाल ही में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में तिजोरी खुली और वो भी बिना किसी चाभी के आरी कटर से लॉकर काटा गया दो दिन लग गया इस मामले के पीछे की वजह इसकी वीडियोग्राफी हुई या नहीं हुई तो कितनी हुई और उसे जारी क्यों नहीं किया गया..? इस पर बहुत जल्द छात्रसंघ बहाली संघर्ष मोर्चा एक आंतरिक जांच कमेटी गठित करेगा और जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद इसकी सूचना विजिटर ( राष्ट्रपति), रेक्टर(राज्यपाल) एवं प्रेस में दी जाएगी।
  6. 6 वर्ष से अधिक बंद पड़ा है नैनोसाइंस डिपार्मेंट जिसमें 20 करोड़ से अधिक का खर्च और उन्नत सुविधाएं और यंत्र है उसे क्यों नहीं चालू किया जा रहा क्या उसे भी बेच देने की योजना है..??

छात्रसंघ बहाली संघर्ष मोर्चा , छात्रसंघ बहाली की मांग, विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार, कैंपस में अलोकतांत्रिक माहौल व तानाशाही सहित छात्र-छात्राओं के विभिन्न 18 सूत्रीय मांगों को लेकर विश्वविद्यालय में आंदोलन को निरंतर जारी रखेगा।

AT Samachar
Author: AT Samachar

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