त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। किसी भी आपदा जैसे रेल दुर्घटना, ट्रेन में आग लगाने की घटना की स्थिति में रेल प्रशासन, स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ सहित अन्य सभी विभागों द्वारा संयुक्त रूप से बचाव कार्य किया जाता है। इसी क्रम में प्रयागराज मंडल के इटावा स्टेशन पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), रेल प्रशासन, स्थानीय जिला प्रशासन, मेडिकल सेवाओं द्वारा आपदा की स्थिति में संयुक्त रूप से बचाव कार्य के दो दिवसीय मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में मॉक ड्रिल के पहले दिन आज दिनांक 21.11.2024 को वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी, प्रयागराज मंडल यू सी शुक्ला की अध्यक्षता में स्टेशन अधीक्षक कार्यालय/इटावा में टेबलटॉप आयोजित किया गया।
इस टेबलटॉप अभ्यास में इटावा जनपद के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, एनडीआरएफ एवं रेलवे के संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। रेल दुर्घटनाओं की स्थिति में राज्य प्रशासन, एनडीआरएफ एवं रेलवे के बीच समन्वय पर विस्तृत चर्चा। कल होने वाली काल्पनिक रेल दुर्घटना की फुल स्केल मॉक ड्रिल की प्लानिंग भी की गई।
संयुक्त मॉक ड्रिल के दूसरे दिन इटावा रेलवे स्टेशन पर कल दिनांक 22.11.2024 को 09:30 बजे से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ)/गाजियाबाद, रेलवे एवं अन्य सम्बंधित विभागों द्वारा की फुल स्केल संयुक्त मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इस मॉक ड्रिल में रेलवे के आपदा प्रबधान से संबंधित सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी भाग लेंगे।
संयुक्त मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ, रेलवे एवं जिला प्रशासन साथ मिलकर आपात स्थिति के लिए मिलकर अभ्यास करते है। आपात स्थति में आपदा प्रबंधन टीम और एनडीआरएफ का प्रथमिक उद्देश्य अधिक से अधिक जीवन को बचना और जनमाल की क्षति को कम करना होता है।