देवेन्द्र कुमार जैन की रिपोर्ट
भोपाल, मध्य प्रदेश। सायबर क्राईम ब्रान्च जिला भोपाल की टीम ने हाउस अरेस्ट मामले में ठगी करने वाले शातिर गिरोह को सिमकार्ड उपलब्ध कराने वाले एय़रटेल कम्पनी के पीओएस एजेंट को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपी टेलिकॉम रेगुलेटरी ऑथोरिटी ऑफ इंडिया व सीबीआई के अधिकारी बनकर लोगो को बोलते थे कि उनके आधार कार्ड से जो सिम ली गई है वो किसी गैरकानूनी गतिविधि मे संलिप्त है और इसके लिये आरोपी फरियादी को विडियो कॉल करके फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर डिजिटली अरेस्ट करने का कहकर फरियादी को एक कमरे मे जाने के लिये बोलकर पूछताछ के नाम पर कानूनी कार्यवाही से बचने के लिये बैंक खातो मे रुपये जमा करने का कहते थे। प्रकरण मे जांच मे आये तथ्यो के आधार पर एयरटेल कम्पनी का एजेन्ट गिरफ्तार आरोपी जो ग्रामीण क्षेत्रो मे जाकर लोगो को फ्री मे सिमकार्ड देने का झांसा देकर सिम एक्टिव करने की प्रोसेस करता है और बोलता है कि आपके आधार मे कुछ गडबड़ी है आपको सिम के लिये फिर से प्रोसेस कराना होगा और चालाकी से उसी व्यक्ति के नाम की दो सिम एक्टिवेट कर लेता था एक सिम स्वंय रख कर दूसरी सिम ग्राहक को दे देता था। इस प्रकार वह फर्जी सिमो को मोटे दामो मे ठगी करने वाले गिरोह को दे देता था।
लगभग 150 सिमो को सायबर अपराधियो के दे चुका है
सायबर क्राईम जिला भोपाल की टीम द्वारा कार्यवाही कर कानपुर, महौबा रवाना होकर सात दिन की जांच में प्राप्त साक्ष्यो के आधार पर अपराध करने में उपयोग किये गये कॉलिंग मोबाइल नंबर के धारक एक व्यक्ति जो भाटीपुरा महौबा उत्तर प्रदेश का रहने वाला है उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि पीओएस एजेंट द्वारा फ्री सिम देने का कहकर आधार कार्ड व फेस को अपने मोबाईल से स्कैन किया और कहा कि उसकी सिम एक्टिवेट नही हो पा रही है फिंगर प्रिंट या फेस अपने आधारकार्ड मे अपडेट करा ले। फिर दोबारा अँगूठा बायोमेट्रिक मशीन मे लगवाकर सिम को एक्टिवेट कर मुझे दे दिया था। वह चालाकी से एक बार मे 2 सिम निकाल लेता था, एक सिम ग्राहक को देकर दूसरी सिम स्वंय रख लेता था। उसने स्वंय के साथ फ्राड हो जाने पुष्टि न्यायालय के समक्ष की।
फर्जी तरीके से सिम एक्टिवेट करने वाले पीओएस एजेंट की जानकारी प्राप्त की गई। तलाश करते हुये पीओएस एजेंट को टीम द्वारा महोबा उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया एवं अपराध में प्रयुक्त एक मोबाइल फोन, तीन सिम कार्ड, जप्त किये गये। सिम खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें जैसे आपके द्वारा बायोमेट्रिक मशीन पर एक बार ही फिंगरप्रिंट लगाये यदि एक से ज्यादा बार फिंगरप्रिटं लगाने को कहा जाये तो जांच ले कि आपके नाम पर एक से अधिक सिम इश्यु तो नही की गई है। यदि आपके द्वारा आधारकार्ड या अन्य दस्तावेज का फोटोकापी दी जाती है तो उस पर केवल सिम खरीदने के लिये लिखकर साईन करें। इससे आपके डॉक्यूमेंट का कभी भी मिसयूज नहीं हो पाएगा।
TAFCOP आप इस पोर्टल पर जाकर पता कर सकते है कि आपके नाम पर कितनी सिम रजिस्टर्ड है, यदि सिम आपके नाम पर नही है तो उसे रिपोर्ट भी कर सकते है। किसी भी प्रकार की सायबर धोखाधडी होने पर तुरंत आनलाईन पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करवायें।