पुस्तक मेले का तृतीय दिवस: प्रयागवासियों को लुभा रहा एबीआईसी में लगा दुनियाभर की किताबों का मेला।

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त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट

प्रयागराज। सिविल लाइंस स्थित एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज (एबीआईसी) में इन दिनों पुस्तक प्रेमियों के लिए दुनियाभर की पुस्तकों का अद्भुत मेला लगा हुआ है। यहां देश-विदेश के लेखकों की पुस्तकों का हिन्दी और अंग्रेजी में अनुवाद पाठकों को खासा आकर्षित कर रहा है।

हालांकि, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा के चलते आज दिनभर मेला स्थगित रहा, लेकिन शाम 6 बजे जैसे ही मेले के द्वार खुले, पुस्तक प्रेमियों की भीड़ उमड़ पड़ी। सर्द रात के बावजूद देर रात 10 बजे तक लोग अपनी रुचि की किताबें खरीदते दिखे। आयोजकों ने पाठकों की भारी मांग को देखते हुए मेले की अवधि को एक दिन बढ़ाकर अब 30 दिसंबर तक कर दिया है।

पुस्तकों में लोगों की बढ़ती रुचि को देखते हुए आयोजकों ने कई विशेष इंतजाम किए हैं। अधिक से अधिक पाठकों को जोड़ने के लिए पुस्तकों पर विशेष छूट दी जा रही है। कुछ प्रकाशकों ने अंग्रेजी की पुस्तकों पर “एक खरीदें, एक मुफ्त पाएं” का ऑफर भी रखा है।

आयोजन का उद्देश्य

मेले के संयोजक मनोज सिंह चंदेल और सह-संयोजक मनीष गर्ग ने बताया कि यह पुस्तक मेला केवल व्यापारिक आयोजन नहीं है, बल्कि ‘कुंभ 2025’ की थीम पर आधारित एक ज्ञान का महाकुंभ है। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक पाठकों को जोड़ना और उन्हें इस मेले से लाभान्वित करना है। यही कारण है कि मेले में प्रवेश और पार्किंग को पूरी तरह निःशुल्क रखा गया है।

इसके अलावा, नए और उभरते लेखकों तथा साहित्यकारों की पुस्तकों को भी मेले में विशेष स्थान दिया गया है। साथ ही, स्थानीय कवियों, शायरों और कलाकारों के लिए एक सांस्कृतिक मंच तैयार किया गया है, जहां वे अपने हुनर को प्रदर्शित कर सकते हैं।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

आयोजकों के अनुसार, मेले के दौरान कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें शहर के प्रतिष्ठित कवियों और साहित्यकारों को आमंत्रित किया गया है। पुस्तक प्रेमी इन सांस्कृतिक गतिविधियों का भी भरपूर आनंद ले सकते हैं।

प्रयागराज के इस पुस्तक मेले ने पाठकों के लिए एक ऐसा माहौल तैयार किया है, जहां ज्ञान, कला और साहित्य का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है।

AT Samachar
Author: AT Samachar

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