त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। महाकुम्भ 2025: रंगीन टिकट प्रणाली से यात्रियों की आसान और सुव्यवस्थित यात्रा का संकल्प महाकुम्भ 2025 के दौरान रेलवे ने श्रद्धालुओं की यात्रा को सुव्यवस्थित और सुविधाजनक बनाने के लिए एक विशेष रंगीन टिकट प्रणाली की शुरुआत की है। यह प्रणाली यात्रियों को उनकी ट्रेन, प्लेटफार्म और आश्रय स्थल तक आसानी से पहुँचने में मार्गदर्शन करेगी। इस अभिनव पहल का उद्देश्य महाकुम्भ के दौरान भीड़ प्रबंधन को बेहतर बनाना और यात्रियों की यात्रा को अधिक सरल और सुरक्षित बनाना है।
रंगीन टिकटों का उपयोग यात्रियों के गंतव्य की पहचान और उनके यात्रा मार्ग को स्पष्ट करने के लिए किया जाएगा। प्रत्येक टिकट का एक विशिष्ट रंग होगा जो यात्रियों को सही आश्रय स्थल तक पहुँचने में सहायक होगा। इससे महाकुम्भ के दौरान यात्रियों को भ्रमित होने से बचाया जा सकेगा और भीड़-भाड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा। महाकुम्भ के दौरान सभी यात्रियों को कलर कोडेड टिकट जारी किए जाएंगे।
प्रयागराज जंक्शन, नैनी जंक्शन और छिवकी स्टेशन सहित प्रमुख स्टेशनों पर कलर-कोडेड टिकट प्रणाली लागू की जाएगी। प्रयागराज जंक्शन पर, लखनऊ और वाराणसी की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए लाल रंग की टिकट रहेगी। ये श्रद्धालु गेट नंबर 1 से प्रवेश करेंगे और लाल रंग के आश्रय नंबर 1 में जाएंगे। वहीं पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए नीले रंग की टिकट रहेगी। ये यात्री गेट नंबर 2 से प्रवेश करेंगे और नीले रंग के आश्रय नंबर 2 में जाएंगे। मानिकपुर, सतना और झाँसी की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए पीले रंग की टिकट रहेगी और ये यात्री गेट नंबर 3 से प्रवेश करेंगे और पीले रंग के आश्रय नंबर 3 में जाएंगे। फतेहपुर, कानपुर और दिल्ली की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए हरे रंग की टिकट रहेगी। वह स्टेशन के गेट नंबर 4 से प्रवेश करेंगे और हरे रंग के आश्रय नंबर 4 में जाएंगे।
नैनी जंक्शन पर, कानपुर की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए हरे रंग की टिकट रहेगी। ये यात्री गेट नंबर 1 से प्रवेश करेंगे और हरे रंग के आश्रय नंबर 1 में जाएंगे। मानिकपुर और झाँसी की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए नीले रंग की टिकट रहेगी। वह गेट नंबर 1 से प्रवेश करेंगे और नीले रंग के आश्रय नंबर 2 में जाएंगे। मानिकपुर और सतना की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए लाल रंग की टिकट रहेगी। वह यात्री गेट नंबर 1 से प्रवेश करेंगे और लाल रंग के आश्रय नंबर 3 में जाएंगे। पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए पीले रंग की टिकट रहेगी। ये यात्री गेट नंबर 3 और 4 से प्रवेश करेंगे और पीले रंग के आश्रय नंबर 4ए और 4बी में जाएंगे।
प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर, मानिकपुर, सतना और झाँसी की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए लाल रंग की टिकट रहेगी। इस रंग की टिकट के साथ श्रद्धालु गेट नंबर 1ए से प्रवेश करेंगे और लाल रंग के आश्रय नंबर 1 में जाएंगे। पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए हरे रंग की टिकट रहेगी। ये यात्री गेट नंबर 1बी से प्रवेश करेंगे और हरे रंग के आश्रय नंबर 2 में जाएंगे।
रेलवे प्रशासन का यह कदम महाकुम्भ के आयोजन को और भी सुव्यवस्थित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यात्रियों को उनके टिकट के अनुसार सही दिशा में मार्गदर्शन प्राप्त होगा, जिससे यात्रा में सहजता आएगी और यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। यह प्रणाली न केवल यात्रियों के लिए, बल्कि रेलवे प्रशासन के लिए भी भीड़ प्रबंधन और यात्रियों की सुविधा में सुधार लाएगी।
रेलवे प्रशासन यात्रियों से इस नई प्रणाली के प्रति सहयोग की अपेक्षा करता है ताकि महाकुम्भ 2025 के दौरान उनकी यात्रा को यादगार और सुगम बनाया जा सके। यह पहल न केवल रेलवे की प्रबंधन क्षमता को प्रदर्शित करती है, बल्कि यात्रियों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है।
