मुलाकाती रजिस्टर में पिछले कई दिनो से मुलाकाती का नाम ना दर्ज होने पर कमिश्नर हुए नाराज
निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त एवं डीएम द्वारा तहसील प्रांगण में आम, नीम एवं पीपल के पौधे का किया गया रोपण
कौशाम्बी। मण्डलायुक्त प्रयागराज विजय विश्वास पंत द्वारा गुरुवार को तहसील चायल का आकस्मिक निरक्षण कर मुकदमों के निस्तारण, दस्तावेजों के रख-रखाव एवं साफ-सफाई सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी द्वारा तहसील प्रांगण में आम, नीम एवं पीपल के पौधे का रोपण भी किया गया।
मण्डलायुक्त ने मुलाकाती रजिस्टर का अवलोकन किया, जिसमें पाया गया कि पिछले कई दिनो से कोई मुलाकाती का नाम दर्ज नहीं था, जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुलाकाती रजिस्टर में सम्बन्धित व्यक्ति का नाम एवं मोबाइल नम्बर अवश्य दर्ज होना चाहिए। उन्होंने 03 माह से अधिक एवं 06 माह से कम के अविवादित मुकदमों की लिस्ट को देखते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दियें। उन्होंने धारा-80 के तहत रिजेक्ट किये गये आवेदनों की जॉच की एवं आवेदनों को किस कारणवश रिजेक्ट किया गया है, उसकी भी जॉच की। उन्होंने तहसीलदार द्वारा कई प्रकरणों की सही जानकारी न देने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। इसके साथ ही उन्होंने तहसीलदार तहसील-चायल को निर्देशित किया कि वे यहॉ पर जितने समय से तैनात है, उस वक्त से आज तक जितने भी विवादित वादों में आदेश जारी किये गये हैं, उन सभी मुकदमों की फाइलों को उपलब्ध कराने को कहा है। इसके साथ ही उन्होंने कृषक दुर्घटना बीमा एवं सम्पत्ति रजिस्टर आदि की भी जॉच की।
मण्डलायुक्त ने कहा कि मुकदमों का निस्तारण जिस प्रकार से किया जाना चाहिए, उस प्रकार से नहीं किया जा रहा है, जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए मुकदमों का निस्तारण पूरी दक्षता के साथ समय से करने के निर्देश उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदार को दियें। उन्होंने अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा कोर्ट में बैठकर मुकदमों को निस्तारित करने के निर्देश दियें, जिससे फरियादियों को किसी प्रकार की समस्या न होने पाये।
इस अवसर पर अपर आयुक्त प्रयागराज एवं उपजिलाधिकारी चायल सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।
