निरंजनी अखाड़े की छावनी मे महंत वेदानन्द गिरी, स्वामी रामानन्द गिरी,का पट्टा अभिषेक कर महामंडलेश्वर की उपाधि से किया विभुषित।

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त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट

प्रयागराज। महाकुम्भ मे निरंजनी अखाड़े की छावनी में आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालका नन्द गिरी महाराज की अध्यक्षता और पंच परमेश्वरो एवं संत महापुरुषों के सानिध्य मे महंत वेदानंद गिरी, (वृंदावन), स्वामी रामानंद गिरी, (परम विष्णु धाम साधु मढ़ी, सम्भल,उत्तर प्रदेश का पट्टा अभिषेक कर महामंडलेश्वर की उपाधि से विभुषित किया गया।

अखिल भारतीय अखाडा परिषद एवं माँ मनसा देवी मन्दिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्र पुरी महाराज ने कहा की आज जो सम्मान महंत वेदानंद गिरी, (वृंदावन), स्वामी रामानंद गिरी, (परम विष्णु धाम साधु मढ़ी, सम्भल,उत्तर प्रदेश कों
मिला हैं ऐसा सम्मान किसी व्यक्ति के अद्वितीय योगदान और आध्यात्मिक उत्कृष्टता की पहचान होता है।नव नियुक्त महामंडलेश्वरो के द्वारा किए गए कार्य समाज और धर्म के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस तरह के सम्मान से न केवल उनका योगदान सराहा जाता है, बल्कि संत परंपरा और धर्म की महानता को भी बढ़ावा मिलता है।

आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालका नन्द गिरि महाराज ने कहा की संत कभी अहंकार नहीं करते। उनका जीवन विनम्रता, त्याग और आत्मज्ञान से परिपूर्ण होता है। संतों का अहंकार से कोई संबंध नहीं होता, क्योंकि वे स्वयं को बस एक साधारण साधक मानते हैं और अपने ज्ञान या शक्ति का कभी अहंकार नहीं करते। उनका उद्देश्य केवल भगवान की सेवा और दूसरों की भलाई होता है, न कि खुद को श्रेष्ठ दिखाना।इसीलिए नव नियुक्त महामंडलेश्वर अपने तपबल से विश्व के श्रद्धांलु भक्तो का कल्याण कर रहे हैं।

नवनियुक्त महामंडलेश्वर महंत वेदानंद गिरी, (वृंदावन), स्वामी रामानंद गिरी, (परम विष्णु धाम साधु मढ़ी, सम्भल,उत्तर प्रदेश ने कहा कि जो पद हमें दिया गया है हम अपने पद की गरिमा और जिम्मेदारियां को पूरे निष्ठा और समर्पण के साथ निभाएंगे और संत महापुरुषों का सदा सम्मान करते रहेंगे।

इस अवसर पर स्वामी युगपुरुष स्वामी परमानंद जी,अखाड़े के सचिव श्री महंत राम रतन गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद, महामंडलेश्वर स्वामी निरंजन ज्योति, महंत ओमकार गिरी, महंत राधे गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी महेश नन्द, महंत दिनेश गिरी, महंत दर्शन भारती, महामंडलेश्वर स्वामी अनपूर्णा भारती, श्री महंत राधे गिरी, मा. म. स्वामी मीरा गिरी, मा. म. स्वामी प्रेमानन्द पुरी (अर्जी वाले हनुमान जी उज्जैन)प्रो. दिनेश कुमार गर्ग, प्रो. राम सलाही द्विवेदी, प्रो. शिवशंकर मिश्र, मा. म. स्वामी अनंतानंता नन्द, मा. म स्वामी आदि योगी पुरी,महंत दिनेश गिरी, महंत राकेश गिरी, महंत राज गिरी,आदि के सँग अनेक संत महापुरुष उपस्थित रहे।

AT Samachar
Author: AT Samachar

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