देवेन्द्र कुमार जैन की रिपोर्ट
भोपाल, मध्यप्रदेश। भारतीय रिजर्व बैंक और उनके द्वारा नियमित संस्थाओं में उपभोक्ताओं की शिकायत तथा उनके निराकरण के संबंध में जागरूक करने के उद्देश्य से भारतीय रिजर्व बैंक के भोपाल कार्यालय द्वारा सीहोर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह जागरूकता कार्यक्रम भारतीय रिजर्व बैंक भोपाल ओम्बड्समैन योजना के तहत आयोजित किया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम में डिजिटल धोखाधड़ी के तरीकों और इससे बचाव के सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम में बताया गया कि नागरिक अपनी शिकायतों के त्वरित और निःशुल्क निराकरण के लिए आरबीआई द्वारा प्रदान की गई शिकायत निवारण प्रणाली का लाभ किस प्रकार उठा सकते हैं।
इस दौरान सीनियर सिटीजन एवं पेंशन भोगियों को हायर डिपॉजिट एवं विद्यार्थियों को नो मिनिमम बैलेंस खातों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को डिजिटली जागरूक रहने, मोबाइल सिक्योरिटी पर ध्यान देने, ऑनलाइन बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड से ऑनलाइन लेनदेन करते समय सावधानियों के बारे में बताया गया ताकि वह किसी भी प्रकार के साइबर धोखाधड़ी से अपना बचाव कर सकें। इसके साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक के तत्काल सकल निपटान (आरटीजीएस) और राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक निधि अंतरण (एनईएफटी) प्रणालियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में आरबीआई ओम्बड्समैन एवं मुख्य महाप्रबंधक एफ़जीएम महाप्रबंधक एलडीएम बैंक ऑफ इंडिया के बैंकर्स, सीनियर सिटिज़न, पेंशनभोगी, स्वयं सहायता समूह की दीदियां, सेल्फ एम्प्लोयीड, व्यापारीगण, विद्यार्थी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।