अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपने कभी ना कभी VPN वीपीएन का नाम जरुर सुना होगा। जहां भी इंटरनेट सुरक्षा की बात आती है वहां वीपीएन VPN का नाम जरूर आता है। पिछले 10-15 सालों में इंटरनेट का यूज काफी तेजी से बड़ा है। पैसे ट्रांसफर करने से लेकर ऑनलाइन शॉपिंग तक हम पूरा काम इंटरनेट से करते हैं। इस इंटरनेट के बढ़ते दौर में वीपीएन भी उतनी तेजी से बढ़ते जा रहा है। हालांकि VPN को खुद सिक्योरिटी देने के लिए बनाया गया था लेकिन इसका इस्तेमाल आज कल के समय में क्रिमिनल्स ज्यादा करने लगे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह वीपीएन होता क्या है? इसके बारे में जानना जरूरी क्यों है? आज की इस स्पेशल स्टोरी में हम इसी VPN “वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क” के बारे में आपको पूरी डिटेल से बताएंगे ताकि आप भी इसकी इंपॉर्टेंस महत्व को समझें और इसका गलत इस्तेमाल न होने दे।
क्या होता है आईपी एड्रेस
आईपी एड्रेस इंटरनेट से कनेक्ट तमाम डिवाइसेज के लिए अलग-अलग होते हैं। इसे डिवाइस की आइडेंटिटी भी कहा जाता है। आईपी में लोकेशन डिटेल होती है। यह दो तरह की होती है पब्लिक आईपी और प्राइवेट आईपी। Public आईपी इंटरनेट पर कनेक्टेड डिवाइस के आइडेंटिफिकेशन के लिए होते हैं और यह IANA द्वारा असाइंड होते हैं। Private आईपी प्राइवेट नेटवर्क पर यूज किये जाते हैं जो पब्लिक internet से कनेक्टेड नही होते हैं।
आईपी से क्रिमिनल्स को किया जाता है ट्रेस
हालांकि अगर लॉ इंफोर्समेंट एजेंसी को किसी क्रिमिनल की पब्लिक आईपी भी मिल जाती है तो भी उसे ट्रेस किया जा सकता है। ज्यादातर इंटरनेट सर्विसेज प्रोवाइडर्स और मोबाइल ऑपरेटर अलग-अलग जियोग्राफिकल रीजन में अलग-अलग आईपी आसाइन करती हैं जिससे ये आइडिया मिलता है की लोकेशन कहां की हो सकती है।
VPN इस्तेमाल किसे करना चाहिए
अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको वीपीएन का इस्तेमाल करना चाहिए।
अगर आप नॉर्मल इंटरनेट ब्राउजिंग या हल्के-फुल्के मनोरंजन के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए वीपीएन उतना जरूरी नहीं है।
अगर आप अपने फोन या लैपटॉप से ऑनलाइन बैंकिंग, ट्रेडिंग, कृष्टो करेंसी जैसी सेंसटिव काम करते हैं तो आप वीपीएन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Email ट्रेस कैसे किया जा सकता है
वीपीएन लगाकर या किसी भी प्रॉक्सी का यूज करके भी ईमेल करें तो भी सरकार चाहे तो काफी हद तक ईमेल ट्रेस कर सकती है। इसके लिए ईमेल प्रौवाईडर्स इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर और लॉ इनफोर्समेंट एजेंसियों की मदद लेनी होती है। सबसे पहले ईमेल के हैंडल से आईपी हासिल की जाती है, हालांकि जीमेल के केस में ये आईपी मास्कड होती है और यह रिडायरेक्ट हो कर गूगल के सर्वर तक जाती है। यानी आप अगर जीमेल से भेजे गए ईमेल की आईपी एड्रेस करेंगे तो ट्रेस नहीं होगा, क्योंकि जो आईपी एड्रेस आपको मिलता है वो गूगल का होता है। प्राइवेसी कारणों से गूगल इसे मास्कड कर देता है।
इन देशों में बैन है वीपीएन
चाइना, रूस, नॉर्थ कोरिया, बेलारूस, तुर्कमेनिस्तान, ईरान, ईराक, तुर्की, म्यानमार, पाकिस्तान में है वीपीएन बैन।
क्यो पड़ी VPN को बैन करने की जरूरत
कुछ देश वीपीएन इसलिए बैन करते हैं क्योंकि उनकी सरकारे भारी सेंसरशिप और सर्विलांस का सहारा लेकर अपनी ताकत बनाए रखती हैं।
अपनी राजनीतिक व्यवस्था पर आने वाली आलोचना को सेंसर करने के लिए, सरकारे स्थानीय मीडिया को निगरानी में रखती है और नागरिकों की ऑनलाइन गतिविधियों को मॉनिटर करती है।
इस तरीके से ये जनता की राय को अपने पक्ष में बनाए रखती हैं। मिसाल के तौर पर, शी जिनपिंग का CCP (चीनी कम्युनिस्ट पार्टी) चीन में जानकारी को बैन करने में बहुत मेहनत करता है।
सरकार प्रोपगैंडा कैंपेन पर भी अनेक पैसा खर्च करती है। लोग वीपीएन का इस्तेमाल करके सरकारी ब्लॉक्स को बायपास कर सकते है। और दूसरे देशों की वेबसाइटस और न्यूज को एक्सेस कर सकते हैं। यह वीपीएन सरकारों के लिए एक खतरा बनाता है।
क्या होता है वीपीएन
वीपीएन को हम वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के नाम से जानते हैं वीपीएन पब्लिक नेटवर्क पर कनेक्शन की सुरक्षा के लिए एक सक्यूर नेटवर्क है। यह आपके इंटरनेट ट्रैफिक को एकत्रित करता है। कई बड़ी कंपनियां अपने डेटा को सिक्यूर करने के लिए वीपीएन का इस्तेमाल करती है। VPN आपके लोकेशन और आइडेंटिटी को छुपाने में मदद करता है। वीपीएन के इस्तेमाल से आईपी एड्रेस को ट्रैक नहीं किया जा सकता है। इसके इस्तेमाल से ऑनलाइन एक्टिविटी को हाइड कर सकते हैं।
सऊदी में VPN यूज पर पेनल्टी।
सऊदी अरब में अगर किसी को अपने मोबाइल पर वीपीएन इंस्टॉल करते हुए पकड़ा जाता है तो सऊदी अधिकारी उसे पर 1 मिलियन एसआर का (2 करोड़ 22 लख रुपये) का जुर्माना लगा सकते हैं। सऊदी अरब में वीपीएन का इस्तेमाल करना गैरकानूनी है।
VPN लीगल है या नहीं?
वीपीएन ज्यादातर देशों में लीगल है। अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोप के देशों में आप बिना किसी चिंता के वीपीएन का इस्तेमाल कर सकते हैं। वीपीएन आपकी ऑनलाइन प्राइवेसी को सुरक्षित रखती हैं जो एक फ्री और ओपन सोसाइटी के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन सभी सरकारे इंटरनेट फ्रीडम से सहमत नहीं है। इसी वजह से कुछ देश वीपीएन को रेगुलेट करते हैं और कुछ देश तो इन्हें सीधा बैन भी कर देते हैं। कुछ सरकारे उन लोगों पर भारी जुर्माना लगती है जो एंटी – वीपीएन कानून को तोड़ते हैं।
गेमिंग में होता है वीपीएन का भरपूर इस्तेमाल
बेहतर पिंग वीपीएन आपके इंटरनेट ट्रैफिक को आपके और गेम सर्वर के बीच सीधे रास्ते से रूट कनेक्ट करके फास्ट स्पीड देते हैं।