त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। विंध्याचल रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ एसआई सुनील गौड़ और टीम द्वारा प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर नियमित जांच के दौरान दो व्यक्तियों (रोहित कंड़ज और किशुन कुमार) के पास से 145 कछुए पकड़े। ये दोनों सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। सभी 145 कछुओं को सात chain वाले बैग में डाल कर रख रखा था। इनका मोड ऑफ़ ऑपरेशन था कि हर दो से तीन घंटे में पानी डाल कर उनको सर्वाइव कर रखना। कछुओं को कलकत्ता में बेचने का प्लान था।
उनका कहना था कि हर कछुए के अच्छे पैसे मिल जाते हैं। इन कछुओं को सुल्तानपुर के अग़ल बग़ल के नदियों एवं तालाबों से कलेक्ट किया गया था। बरामद कछुए वन विभाग के अधिकारियों को सुपुर्द किए गए, और इन्हें गंगा जी में छोड़ दिया गया। कानूनी कार्रवाई: वन विभाग ने इन व्यक्तियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की धारा 2/9/39/51 के तहत मामला पंजीकृत किया। बरामद कछुओं की अनुमानित कीमत ₹7 लाख बताई गई है।
इन कछुओं का इस्तेमाल दवाई में और खाने में होता है, और इनके शेल से सजावटी समान बनाया जाता है । रेलवे के टीम को शक तब हुआ जब दो यात्री बड़े बड़े बैग लेकर जा रहे थे। उनसे पूछने पे की बैग में क्या है वो बैग छोड़ कर भागने लगे तब इनको रेल सुरक्षा बल के कर्मियों ने इनको पकड़ा।