त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। महाकुम्भ मे श्री पंचायती नया उदासीन निर्वाण अखाड़े में स्वामी नरोत्तमानन्द महाराज को सन्यास दीक्षा अखाड़े की परंपराओ का निर्वाह करते हुए दी गई इस अवसर पर अखाड़े के संत महापुरुषों द्वार उन्हें बधाई देते हुए साधुवाद दिया।
महामंडलेश्वर स्वामी सुरेश मुनि महाराज ने कहा कि सन्यास दीक्षा मे सांसारिक जीवन से त्याग कर आध्यात्मिक मार्ग पर चलने का संकल्प और दिक्षा अखाड़े के गुरु द्वारा दी जाती है उन्होंने कहा की व्यक्ति को तप, साधना, और सेवा की ओर अग्रसर किया जाता है।उन्होंने जानकारी देते हुए बताया की हमने अपने शिष्य स्वामी नरोत्तमानन्द कों अखाड़े की परंपराओं का निर्वाहन करते हुए सत्य, निष्ठा और सतकर्म के मार्ग पर चलने का साधुवाद दिया है।
स्वामी नरोत्तमानन्द महाराज ने कहा की जिस प्रकार आज मुझे मेरे परम गुरुदेव और संत महापुरुषों ने अपना आशीर्वाद और साधुवाद दिया है और जो सत्य का मार्ग दिखाया है मैं उस पर सच्ची निष्ठा से उनके दिखाएं मार्ग पर चलूंगा।
इस अवसर पर मुखिया महंत भगतराम, महामंडलेश्वर स्वामी हरी चेतनानन्द, श्री महंत धुनी दास, महंत जगतार मुनि, महंत आकाश मुनि महंत मंगल दास आदि के संग अनेक संत महापुरुष मौजूद रहे।
