त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। एक्यूप्रेशर संस्थान के 26वें राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रथम सत्र में आज दो शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। बंगलौर के वरिष्ठ उपचारक एम.वी. रवीन्द्रा ने ऊर्जा को सन्तुलित करने का चायनीज एक्युप्रेशर के 15 मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की।
लखनऊ के 12 वर्ष के लक्ष्य खन्ना ब्रेन की वह अवस्था जो सामाजिक विकृति का कारण बनती है, इसका उपचार एक्यूप्रेशर द्वारा कैसे हो? इस विषय पर अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया, जिसकी विशेष चर्चा की गयी।
सुपर एडवांस ट्रेनिंग के अन्तर्गत अध्यक्ष जे.पी. अग्रवाल ने ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड को स्वस्थ्य रखकर शरीर को कैसे स्वस्थ रखें। इस पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कई ऐसे आसाध्य बीमारियों के रोग लक्षण, उसकी जाँच और कुछ बिन्दुओं से उपचार के सरल उपचार प्रबन्ध बताए।
द्वितीय सत्र में व्यवहारिक पहलू पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें मेथी, कलर और मैंगनेट सही प्रकार से कैसे प्रयोग करें जिससे लाभ मिलें इस पर चर्चा की गयी।
आज के संध्याकालीन सत्र में स्थानीय उपचारकों को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया किया गया जिसमें स्थानीय एवं अलग-अलग प्रान्तों से आये प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
आज के कार्यक्रम में एस.एस. सराफ, ए.के. द्विवेदी, रामकुमार शर्मा, विशाल, सुनील मिश्रा, अभय, अनिल शुक्ला, नैना सिंह, संगीता वर्मन, सहित बड़ी संख्या में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से एक्यूप्रेशर प्रशिक्षण मौजूद थे।