ने मेले में घूम रहे गरीब बच्चों को स्वेटर, भोजन और रैन बसेरों में रखने की व्यवस्था करने के दिये निर्देश
त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
महाकुम्भ नगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बच्चों के प्रति स्वभावगत विशेष प्रेम और लगाव मंगलवार को एक बार फिर देखने को मिला। मुख्यमंत्री प्रयागराज दौरे के दौरान संगम के वीआईपी घाट से संगम पर पूजन के लिए जा रहे थे, तभी उन्होंने घाट के पास घूम रहे बच्चों को पास बुलाकर बाल सुलभ अदांज में उनका हाल पूछा। उन्होंने पूछा – ठंड नहीं लग रही है… स्कूल नहीं गये….। बच्चे भी पुलिस प्रशासन का भय भूल कर मुख्यमंत्री के साथ उत्सुक और उल्लासित नजर आये। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कह कर टॉफियां मंगाई और बच्चों को अपने हाथ से टॉफियां बांटी। मुख्यमंत्री स्वभावगततौर पर बच्चों के प्रति विशेष लगाव रखते हैं जिसकी छवि उनके दौरों, गोरखपुर में कन्या पूजन, उत्सव और त्योहारों पर देखने को मिलती है।
बच्चों के लिए स्वेटर और रैन बसेरों की हो व्यवस्था
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बच्चों के प्रति लगाव तब और स्पष्ट हो गया जब उन्होंने समीक्षा बैठक में मेला अधिकारी से महाकुम्भ में कार्यरत स्वच्छताकर्मियों, नाविकों, मजदूरों के बच्चों का भी पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने मेले में कार्यरत कर्मचारियों के बच्चों के लिए मेले के दौरन विद्या कुम्भ के माध्यम से पढ़ाई की व्यवस्था करने, उनके लिए मिड डे मील और ड्रेस की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने मेला अधिकारी से संगम क्षेत्र और गंगा जी के किनारे घूम रहे गरीब बच्चों को ठंड से बचाने के लिए स्वेटर और रैन बसेरों की व्यवस्था करने को भी कहा। मुख्यमंत्री ने साफतौर पर कहा कि मेला अधिकारी और पुलिस प्रशासन इस बात का ध्यान रखें कि छोटे मासूम बच्चे मेले के दौरान किसी तरह की गलत, असमाजिक गतिविधियों में लिप्त न होने पाए। यदि कोई गिरोह या गैंग ऐसा सुनियोजित अपराध करा रहा है तो तत्काल उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।