कुंभ मेले से संतों का संदेश, गौमाता ब्रह्मांड की संरक्षक, ग्राम विकास और सनातन धर्म का प्रतीक।

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट

महाकुम्भ नगर। कुंभ मेले के पवित्र अवसर पर श्री श्री 108 महामंडलेश्वर रामकिशोर दास जी महाराज के संरक्षण में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अखिल भारती झाड़ी हनुमान खालसा मंच के माध्यम से श्री रामविहारी महेन्दले जी ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया। इसमें संत कमलानंद जी महाराज (पूर्व IAS अधिकारी डॉ. कमल टावरी), OSD विक्रांत पांडेय जी, और देशभर से आए संतों, वॉलंटियर्स और श्रद्धालुओं ने भाग लिया।इस आयोजन में गौमाता के संरक्षण, ग्राम विकास, सनातन धर्म के उत्थान और पर्यावरण संरक्षण पर गहन चर्चा की गई। साथ ही, यह घोषणा की गई कि यह पहल पत्रकार प्रेरित, पर्यावरण पूरक और स्वाभिमानी मॉडल पर आधारित होगी, जिसमें वॉलंटियर्स की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।”गौ संरक्षण, ग्राम विकास और सनातन धर्म के उत्थान के लिए जो मॉडल अपनाया जाएगा, वह पत्रकारों और वॉलंटियर्स द्वारा प्रेरित, पर्यावरण के अनुकूल और समाज के स्वाभिमान को बढ़ाने वाला होगा। यह पहल न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करेगी, बल्कि समाज में आत्मनिर्भरता और सम्मान का भी भाव जागृत करेगी।

 

पत्रकार समाज को जागरूक करने और गौ संरक्षण के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
मीडिया के माध्यम से इस अभियान को व्यापक स्तर पर प्रचारित किया जाएगा। स्वामी रामकिशोर दास ने बताया की गौमाता से प्राप्त गोबर और गौमूत्र का उपयोग जैविक खेती और ऊर्जा उत्पादन में किया जाएगा। यह पहल जलवायु परिवर्तन और भूमि की उर्वरता में सुधार का साधन बनेगी। सहकारी समितियों और गौ आधारित उद्योगों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा प्रत्येक ब्लॉक में सहकारी मॉडल के तहत गौशालाओं और गौ आधारित उद्योगों का संचालन।

यह परियोजना ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन और आर्थिक सशक्तिकरण का आधार बनेगी

10% सेवा शुल्क मॉडल के माध्यम से परियोजना को स्थायी और आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। “जो यह साबित कर सके कि गाय मानव जीवन और पर्यावरण के लिए उपयोगी नहीं है, उसे मैं ₹10,00,000 का इनाम दूंगा।” इस चुनौती का उद्देश्य गौमाता के महत्व को उजागर करना और जागरूकता बढ़ाना है। वॉलंटियर्स इस मॉडल को लागू करने, सहकारी समितियों के संचालन, जागरूकता फैलाने और योजनाओं को सफल बनाने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे।
“गौमाता आधारित यह मॉडल पत्रकारों की प्रेरणा, वॉलंटियर्स के समर्पण और समाज की भागीदारी से सफल होगा। यह पर्यावरण के अनुकूल और स्वाभिमान से भरपूर है। इसे सरकारी सहायता की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह पूरी तरह से समाज की शक्ति और जागरूकता पर आधारित होगा।”महामंडलेश्वर रामकिशोर दास जी महाराज का आह्वान है की  “गौमाता केवल हमारी धार्मिक आस्था का केंद्र नहीं हैं, बल्कि पर्यावरण और समाज के उत्थान का आधार भी हैं। पत्रकारों और वॉलंटियर्स के माध्यम से यह मॉडल समाज में जागरूकता और समर्पण का उदाहरण बनेगा। यह पहल आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान का प्रतीक होगी।”कार्यक्रम के अंत में सभी संतों, वॉलंटियर्स और श्रद्धालुओं ने गौ संरक्षण, ग्राम विकास और पर्यावरण पूरक मॉडल को सफल बनाने का सामूहिक संकल्प लिया। श्री श्री 108 महामंडलेश्वर रामकिशोर दास जी महाराज के संरक्षण में आयोजित इस अभियान का आह्वान करती है, जो पत्रकार प्रेरित, पर्यावरण पूरक और स्वाभिमान आधारित मॉडल के माध्यम से गौ संरक्षण और ग्राम विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का संकल्प है।

AT Samachar
Author: AT Samachar

Leave a Comment

और पढ़ें

Buzz4 Ai