त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
महाकुंभ नगर। महाकुंभ में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कुंभ के अंतर्गत शुक्रवार को कलाग्राम मंच पर सुर और नृत्य का अनुपम संगम देखने को मिला। सुप्रसिद्ध गायक नवदीप वडाली ने अपनी भावपूर्ण गायिकी से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया, वहीं विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकारों ने रंगारंग नृत्य प्रस्तुतियों से समां बांध दिया।
संगीत की सुरमयी संध्या
सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल-13 में अपनी गायिकी का जादू बिखेर चुके नवदीप वडाली ने अपनी प्रस्तुति की शुरुआत ‘चलो मन गंगा यमुना तीर’ से की। इसके बाद ‘शिव शंकर भोला भाला’, ‘शिव तेरी हो गई मैं’ और ‘बम भोले बम भोले’ जैसे भजनों से उन्होंने पूरे वातावरण को शिवमय कर दिया। सूफियाना अंदाज में ‘नी सैयो मैं सुहागन हो गई’, ‘तू माने या ना दिलदारा’ और ‘अखियां उडीकदिया’ जैसे गीतों से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
दिल्ली से आई ग्लोबल इंडियन म्यूजिक पुरस्कार विजेता विधि शर्मा ने ‘शिव कैलाशों के वासी’, ‘अच्युतम केशवम्’ और ‘जन था गंगा पार प्रभु केवट की नाव चढ़े’ जैसे भक्ति गीतों से अपनी मधुर आवाज का जादू बिखेरा। इसी क्रम में शास्त्रीय संगीत की सुप्रसिद्ध सितार वादक अनुपमा भागवत ने ‘राग बेहाग’ और ‘रागेश्री’ पर आधारित वादन प्रस्तुत कर भारतीय संगीत की गहराइयों से दर्शकों को परिचित कराया।
लोकनृत्यों ने बिखेरी सांस्कृतिक छटा
कलाग्राम मंच पर विभिन्न राज्यों के लोकनृत्यों की धूम रही। ओडिशा का घंटा और मृदंग नृत्य, तमिलनाडु का ओलियट्टम, राजस्थान का कच्ची घोड़ी नृत्य, त्रिपुरा का मोगनृत्य और पंजाब के भांगड़ा ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। झारखंड की शालिना चतुर्वेदी और उनके साथियों ने महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की काव्य रचना ‘राम की शक्तिपूजा’ पर आधारित कथक नृत्य से दर्शकों को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरषार्थी ने किया।
