मुकदमों में गलत नामजदगी से फंसी 24 की पुलिस की नौकरी, DM ने बचाई।

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त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट

प्रयागराज। पढ़ने वाले युवकों का फर्जी तौर पर मुकदमों में नाम दर्ज करा देना कोई उन 24 युवाओं से पूछे, जिनकी हाल ही में पुलिस में भर्ती हुई है और वे एफआइआर में गलत नामजदगी से हैरान-परेशान हो गए थे।

इनमें कई तो ऐसे भी हैं, जिन्हें काफी दिन तक पता ही नहीं था कि वे भी पुलिस द्वारा नामजद हैं

बुधवार को ये युवा डीएम रविंद्र कुमार के पास पहुंचे। इनकी व्यथा सुनकर डीएम ने तत्काल सक्रियता दिखाई। ऐसा इसलिए कि बुधवार तक ही इन युवाओं के पास समय था। डीएम ने सरकारी अधिवक्ता को बुलाया और फिर पुलिस के उच्चाधिकारियों से वार्ता की।

बुधवार दोपहर कलेक्ट्रेट स्थित अपने कार्यालय में डीएम जनता दर्शन कार्यक्रम में शिकायतें सुन रहे थे। इसी दौरान चेहरा लटकाए हुए ये युवा पहुंचे। बिना किसी की सिफारिश के पहुंचे इन युवाओं ने डीएम से अपनी व्यथा सुनाई।

बारी-बारी से इन युवाओं ने किस तरह से उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराए गए थे, उसका साक्ष्य दिया। इन युवाओं ने बेहद भावुक होकर कहा कि बुधवार शाम तक ही उनके पास समय है, वरना उनकी पुलिस की नौकरी चली जाएगी।

डीएम के निर्देश पर कलेक्ट्रेट पांच स्टाफ को लगाया गया। सभी युवकों की फाइल निकलवाई गई। शासकीय अधिवक्ता से मशविरा लेकर पुलिस अधिकारियों से वार्ता हुई। सभी 24 युवकों के मुकदमों में पुलिस की फाइनल रिपोर्ट लगी थी।

गहन छानबीन के बाद डीएम ने सभी के मुकदमों को हमेशा के लिए खत्म कराने के आदेश दे दिए। यही नहीं सभी फाइलें तत्काल पुलिस लाइन भेजी गई, जिससे बुधवार की शाम तक अंतिम समय तक इन सभी युवाओं को पुलिस की ट्रेनिंग के लिए रवाना किया जा सका।

शहर में थे संजय व जितेंद्र और गांव की मारपीट में हो गए नामजद

बहरिया के सराय अजीम गांव निवासी संजय कुमार वर्ष 2019 में शहर में किराए का कमरा लेकर पढ़ाई कर रहे थे। उसी दौरान उनके गांव में परिवार के लोगों से कुछ लोगों का विवाद हुआ, जिसमें संजय को भी नामजद कर दिया गया था।

इसी तरह हंडिया के हेमापुर गांव निवासी जितेंद्र कुमार यादव भी वर्ष 2020 में शहर में रहकर पढ़ाई कर रहे थे और गांव में मारपीट की घटना में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया। करछना के हल्दी कला गांव निवासी सहीर, कोरांव के गिरौंठा के संचित, फूलपुर के प्रतापपुर निवासी सूरज कुमार भारतीय समेत अन्य का भी मुकदमों में फर्जी नामजदगी हो गई थी। जांच के बाद ये सब आरोप मुक्त हो गए।

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Author: AT Samachar

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