हम सभी लोगों को बाबा साहेब के जीवन आदर्शों को अपने जीवन में उतारना चाहिए… डीएम
कौशांबी। भारत रत्न डॉ0 भीमराव आम्बेडकर की जयन्ती के अवसर पर जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी एवं अपर जिलाधिकारी अरूण कुमार, प्रबुद्ध सिंह ने सम्राट उदयन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में डॉ0 भीमराव आम्बेडकर जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाबा साहब डॉ0 भीमराव आम्बेडकर के जीवनदर्शन, आदर्श एवं व्यक्तित्व से बहुत कुछ सीखने को मिलता है, हम सभी लोगों को उनके जीवन आदर्शों को अपने जीवन में उतारना चाहिए। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर ने बहुत ही विषम परिस्थितियां में शिक्षा ग्रहण की, उनके द्वारा लिखित पुस्तकां के अध्ययन से पता चलता है कि उनके सोंचने का दर्शन अद्वितीय था। उन्होंने समाज में पिछडे़ वर्गों को जोड़ने का आवाह्न किया। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर आजाद भारत के प्रथम कानून मंत्री थे। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर जी द्वारा किये गये कार्यों की जितनी सराहना की जाय, उतनी ही कम है। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर ने विश्व भर के संविधानों का गहन अध्ययन कर भारतीय परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए सबसे बेहतर संविधान का निर्माण किया।
अतिरिक्त मजिस्ट्रेट राजेश प्रसाद ने कहा कि डॉ0 भीमराव आम्बेडकर का शिक्षा पर विशेष बल था। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर जी ने स्त्री शिक्षा एवं महिलाओं को आगे बढ़ाने में भी विशेष कार्य किया, जिसका परिणाम है कि बेटियॉ आज सभी क्षेत्रों में बेहतर कार्य कर देश के विकास में योगदान कर रहीं हैं। भारतीय संविधन को तैयार करने वाली प्रारूप समिति का नेतृत्व बाबा साहब डॉ0 भीमराव आम्बेडकर ने किया, इस संविधान के बल पर भारत ने अभूतपूर्व विकास किया है, ऐसे महापुरूष का यह देश हमेंशा ऋणी रहेंगा।
इस अवसर पर नाजिर कलेक्ट्रेट,सुनील सिंह सहित कलेक्ट्रेट के समस्त कर्मचारीगण उपस्थित रहें।
