त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। अखिल भारतीय सरदार पटेल सेवा संस्थान अलोपीबाग प्रयागराज के तत्वावधान में होली मिलन एवं हास्य व्यंग कवि सम्मेलन किसान भवन सभागार में आयोजित हुआ जिसमें मुख्य अतिथि अमित कुमार मिश्रा, रक्षा संपदा अधिकारी रक्षा मंत्रालय,न्यू कैंट प्रयागराज रहे तथा अध्यक्षता रामदुलार सिंह पटेल अध्यक्ष पटेल सेवा संस्थान तथा संचालन रतन राज सिंह ,संयोजन अनीता सचान महामंत्री, डॉ आर बी सिंह कोषाध्यक्ष, श्याम सुंदर सिंह पटेल एवं संस्थान परिवार ने किया।
इस अवसर पर होली मिलन के साथ-साथ हास्य व्यंग कवि सम्मेलन का भी आयोजन हुआ। जिसमें कई नामचीन कवि विभिन्न जनपदों से आकर अपनी रचनाओं से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया तथा लोग तालियां बजाकर आनंदित हुए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि अमित कुमार मिश्रा रक्षा संपदा अधिकारी रक्षा मंत्रालय न्यू कैंट प्रयागराज ने सभी उपस्थित लोगों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह मेरा सौभाग्य है की सरदार पटेल के नाम पर चल रहा यह सामाजिक संस्थान सभी के कल्याण के लिए कार्य कर रहा है इसी परिपेक्ष में भारी संख्या में उपस्थित आम जनमानस के कल्याण के लिए होली मिलन का यह आयोजन रखा होली मिलन आपसी भाईचारा और एकता का संदेश देता है तथा कवियों की रचनाओं या गीत संगीत से आनंदित होकर लोग अपने सुखद जीवन को आगे बढ़ाते हैं संस्थान की वा आयोजकों की प्रशंसा करता हूं कि ये लोगों के कल्याण के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते हैं और सरदार पटेल के सपनों का भारत बनाने के लिए तमाम आयोजनों को अंजाम देते हैं जो बहुत ही सामाजिक व राष्ट्रीय कार्य है आप सभी बधाई के पात्र है मैं सभी के सुखद जीवन की मंगल कामना करता हूं कहा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रामदुलार सिंह पटेल ने मुख्य अतिथि को अंग वस्त्रम माला बैच से सम्मानित किया और उनकी प्रशंसा करते हुए सभी को होली की शुभकामनाएं दिया।
विशिष्ट अतिथि विधायक संदीप सिंह पटेल, विधायक आरके पटेल ,पूर्व सांसद धर्मराज सिंह पटेल, पूर्व विधायक सुरेश चंद्र त्रिपाठी ,पूर्व मंत्री हीरामणि पटेल, पूर्व सांसद नागेंद्र सिंह, पूर्व विधायक राधेश्याम पटेल आदि ने भी मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा सभी को होली की शुभकामनाएं दिया तथा आयोजन की प्रशंसा किया तत्पश्चात हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें हास्य कवि राजकुमार अंजाना ने अपनी रचना पढ़ते हुए कहा होली के दिन कमाल ही कमाल होते हैं, मुर्दे भी जिंदा हो जाते हैं लड़कियां पादुकोण तो लड़के गोविंदा हो जाते हैं पर खूब तालियां बटोरी, लवलेश यदुवंशी प्रतापगढ़ ने कोई पहचान ना होती कोई सम्मान न होता कसम से आज हिंदुस्तान हिंदुस्तान ना होता, संतोष शुक्ला समर्थ ने अपनी रचना पढ़ी ,नहीं जरूर शांत तीर्थ की गांधी जी के खेलों की नहीं जरूर लुका छुपी की आंख मिचौली खेलों की हर ईंटों का उत्तर फौलादों से देने की खातिर देश आज फिर राह देखता है सरदार पटेल की, राम अवध उमराव रायबरेली ने रचना पढ़ी कल्पनाओं में तुम कल्पनाओं में हम भावनाओं में तुम भावनाओं में हम कुछ हकीकत में आओ तो जान सके तुम ना रह जाओ तुम हम ना रह जाए हम, मखदूम फूलपुरी ने रचना पढ़ी नीला ,हरा न लाल ना पीला दिखाई दे ,हर घर की छत पर सिर्फ तिरंगा दिखाई दे, कृष्णकांत कामिल अक्सर हल्के होते हैं बेटे उनके, जो बेटी पर मन को भारी करते हैं, सरिता सिंह राज ने वाणी वंदना के साथ सम्मेलन की शुरूआत किया तथा का सभी का स्वागत करते हुए रचना पढ़ी स्वागतम ,स्वागतम, स्वागतम आपका आप आए बड़ी उम्र है आपकी, इस प्रकार सभी कवियों ने तरह-तरह की अपनी रचनाएं हास्य व्यंग के माध्यम से लोगों को उत्साहित किया तालियां बटोरी और उनका मनोबल बढ़ाया जो काबिले तारीफ रहा अंत में सभी का धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर आरबी सिंह ने किया तथा जलपान मिष्ठान वितरण के साथ कार्यक्रम धूमधाम से संपन्न हुआ।
इस अवसर पर उपस्थित सैकड़ो लोगों के बीच शिव सेवक सिंह ,ज्ञान सिंह, घनश्याम सिंह लेखराज सिंह, रंगबली सिंह,चंद्रबली सिंह दूधनाथ सिंह, श्याम सुंदर सिंह पटेल आदि लोग उपस्थित रहे।
