कौशाम्बी। विधानसभा मंझनपुर के सांगठनिक मण्डल पश्चिम शरीरा में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया व आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया।
जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी जयंती पर संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र की अखंडता के लिए उनका बलिदान,भारत की गौरवगाथा का अमिट अध्याय है उनके सिद्धांत व संकल्प आज भी हम सभी देशवासियों के लिए पथप्रदर्शक हैं डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना पूरा जीवन देश की सेवा के लिए समर्पित कर दिया था जो उनके अतुलनीय योगदान और सर्वोच्च बलिदान की पावन स्मृति है इस दिन को भारत की एकता और अखंडता के लिए उनकी संघर्ष की गाथा के रूप में याद किया जाता है मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे उस समय जम्मू कश्मीर का अलग झंडा और अलग संविधान था वहां का मुख्यमंत्री(वज़ीरे आज़म) अर्थात प्रधानमंत्री कहलाता था संसद में अपने भाषण में डाक्टर मुखर्जी ने धारा 370 को समाप्त करने की भी जोरदार वकालत की अगस्त 1952 में जम्मू कश्मीर की विशाल रैली में उन्होंने अपना संकल्प व्यक्त किया था कि या तो मै आपको भारतीय संविधान प्राप्त कराऊंगा या फिर इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए अपना जीवन बलिदान कर दूंगा उन्होंने तत्कालिन नेहरू सरकार को चुनौती दी तथा अपने दृढ़ निश्चय पर अटल रहे अपने संकल्प को पूरा करने के लिए वे 1953 में बिना परमिट लिए जम्मू कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े वहां पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर उन्हें नजर बंद कर लिया गया व 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई ऐसी तमाम बातों को विस्तार से बताया तदोपरांत एक पेड़ मां के नाम पर वृक्षारोपण कर अपील किया कि सभी लोग एक एक पेड़ अपनी मां के नाम रोपित करें श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती को जनपद के सभी मण्डल व बूथों पर जयंती मनाई मनाई गई।
इस मौके मण्डल अध्यक्ष राजीव पाल, भास्कर सिंह, मंडल महामंत्री गणेश मौर्य, संजय लोधी, भानू प्रताप सिंह, श्री कृष्ण सिंह, मान बाबू पटेल, अनिल गुरु जी, हरि नारायण केसरवानी, विजय शंकर पाण्डेय, अमित पाल सहित सैकड़ों कार्यकर्तगण उपस्थित रहे।
