बदायूँ। ज़िले में सोमवार को ईद-उल-जुहा का त्योहार नगर व आस-पास के क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया देश की तरक्की अमन व चैन की दुआएं मांगी गई तथा अल्लाह द्वारा बताए हुए मार्ग पर चलने की दुआ की।
मुस्लिम भाइयों ने सुबह के समय नगर व ग्रामीण क्षेत्रो में ईदगाह सहित मस्जिदों में जाकर नमाज अदा की और एक दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी और आपसी भाईचारे का संदेश दिया। इस अवसर पर उन्होंने देश मे अमन-चैन के लिए दुआ की। इसके बाद समाज के लोगों ने कुर्बानी करी और घर में शाही पकवान बनाकर अपने रिश्तेदारों दोस्तों को दावत पर बुलाया।
इस्लाम धर्म में ईद के त्योहार का काफी महत्व है
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक ईद-उल-जुहा 12वें महीने ज़ी -उल–हज के दसवें दिन मनाई जाती हैं। बकरीद के दिन मुस्लिम समुदाय के लोगो अपनी किसी प्रिय वस्तु की अल्लाह के लिए कुर्बानी देनी होती है। हालांकि, अभी बकरे की कुर्बानी देने का रिवाज है। बकरीद के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग बकरे की कुर्बानी देते हैं। कुर्बानी के लिए बकरे को अपने घर में पाला-पोसा जाता है और उसका पूरा ख्याल रखा जाता है। ईद-उल-जुहा का त्योहार को लेकर मुस्लिम धर्म के लोगों में काफी उत्साह था, महिलाओं से लेकर बच्चों ने बाजार मे खरीदारी की। नमाज़ की सुरक्षा में भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। नमाज के बाद सभी ने एक दूसरे को गले मिलकर बधाईयां दी।