टीएन शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ, प्रयागराज क्षेत्र द्वारा क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार त्रिवेदी के भ्रष्टाचार, कुप्रशासन, अनियमित कार्य एवं कर्मचारियों के शोषण उत्पीड़न के विरुद्ध किया जा रहा धरना प्रदर्शन अनशन का आज तीसरे दिन भी जारी रहा।
यूनियन के नेताओं ने बताया कि क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा वार्ता हेतु समय 11 बजे बुलाया गया। संघ का प्रतिनिधिमंडल वार्ता करने हेतु उनके समक्ष उपस्थित हुआ। वार्ता 2 घंटे तक चली किंतु उनके द्वारा किसी भी समस्या का समाधान नहीं किया गया, 26 सूत्रीय मांग पत्र पर एक भ्रामक कार्यवृत्त तैयार किया गया था जिसे प्रतिनिधि मंडल को दिखाया गया और उस पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाया गया जिस पर प्रतिनिधिमंडल द्वारा हस्ताक्षर नहीं किए जाने पर क्षेत्रीय अध्यक्ष चंद्रबली उपाध्याय को देख लेने की धमकी दी गई।राजकुमार शुक्ला क्षेत्र प्रभारी प्रयागराज जो धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे द्वारा वार्ता विफल कर दी गई और पूरा प्रतिनिधि मंडल क्षेत्रीय प्रबंधक के कार्यालय से बाहर आ गया।
आज धरना कार्यक्रम में ईप्लाइज यूनियन के क्षेत्रीय मंत्री रशीद अहमद उपस्थित हुए और उन्होंने संघ के कार्यक्रम को अपना समर्थन दिया तथा आश्वासन दिया कि कल दिनांक 27.09. 2024 से क्षेत्र व शाखा स्तर के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। एमके त्रिवेदी के भ्रष्टाचार, अनियमित कार्य, कर्मचारियों का शोषण व उत्पीड़न के विरुद्ध लड़ाई में हम सभी साथ-साथ कार्य करेंगे। कार्यक्रम में भारतीय मजदूर संघ के जिला उपाध्यक्ष दलसिंगर यादव, विधि विशेषज्ञ के द्वारा कहा गया कि ऐसे भ्रष्ट प्रभारी क्षेत्रीय प्रबंधक को जांच कर कर निलंबित किया जाना भारतीय जनता पार्टी की सरकार में अभी आवश्यक है क्योंकि मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति समाज की स्थापना के सपने को साकार करने के लिए इन्हें हटाया जाना अति आवश्यक है।
धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में क्षेत्रीय अध्यक्ष चंद्रबली उपाध्याय, क्षेत्रीय मंत्री उमाशंकर मौर्य, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह सिंगरौर, शाखा अध्यक्ष मिर्जापुर रवि प्रताप सिंह, राकेश कुमार द्विवेदी प्रांतीय प्रतिनिधि, अवधेश कुमार मिश्रा, अनिल कुमार पांडे, शशि भूषण पाल, विनोद कुमार, विपिन कुमार तिवारी, मुजम्मिल नूर, सुशील कुमार तिवारी, फारूक वसीम, आशुतोष कुमार मिश्रा, अमरनाथ, जितेंद्र कुमार मिश्रा, कुलदीप वर्मा, विनोद कुमार त्रिपाठी, हरिश्चंद्र विश्वकर्मा, त्रिलोक सिंह, ज्ञान सिंह आदि अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।