त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज में चल रहे दस दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेला 2024 के आठवें दिन पाठकों की भारी भीड़ उमड़ी। इस बार मेले में युवाओं के बीच अंग्रेजी साहित्य को लेकर खासा आकर्षण देखने को मिल रहा है। देशी और विदेशी लेखकों की किताबें मेले में आने वाले युवाओं के लिए खास आकर्षण बनी हुई हैं।
याशिका इंटरप्राइजेज, दिल्ली के स्टॉल पर अंग्रेजी साहित्य की पुस्तकों की बिक्री सबसे अधिक हो रही है। स्टॉल पर मौजूद अंग्रेजी साहित्य के विशाल संग्रह को बेहद किफायती दामों पर बेचा जा रहा है। बच्चों के लिए बुकमार्क की भी अच्छी बिक्री हो रही है। इसके अलावा इतिहास, राजनीति और सामाजिक विज्ञान से संबंधित पुस्तकों की भी मांग बनी हुई है।
सेतु प्रकाशन समूह के स्टॉल पर कई चर्चित किताबें पाठकों को आकर्षित कर रही हैं। इनमें लेखक अक्षय मुकुल की ‘गीता प्रेस और हिंदू भारत का निर्माण’ (अनुवाद: प्रीति तिवारी), चंद्र भूषण की ‘भारत से कैसे गया बुद्ध का धर्म’, और किशन पटनायक की ‘भारत शूद्रों का होगा’ प्रमुख हैं। वहीं आनंद कुमार की ‘इमरजेंसी राज की अंतरकथा’ और इश्तियाक अहमद की ‘जिन्ना: उनकी सफलताएं, विफलताएं और इतिहास में भूमिका’ (अनुवाद: आलोक और अलका बाजपेयी) जैसी किताबें भी बेस्टसेलर साबित हो रही हैं। स्टॉल प्रतिनिधि ने बताया कि इन पुस्तकों पर 20% की छूट दी जा रही है।
धार्मिक साहित्य, हिंदी साहित्य, और बच्चों की पाठ्य सामग्री के लिए एंजेल बुक हाउस के स्टॉल पर भी पाठकों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। स्टॉल प्रतिनिधि साक्षी ने बताया कि यहां बच्चों के पाठ्यक्रम से संबंधित कई वैरायटी उपलब्ध हैं, जिनकी बिक्री में तेजी देखी जा रही है।
पुस्तक मेले के सह-संयोजक मनीष गर्ग ने बताया कि मेले के सांस्कृतिक मंच पर आज कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में यश मालवीय सहित अन्य कवियों ने अपनी रचनाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
फोर्सन बुक्स और बुकवाला के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस पुस्तक मेले के संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने जानकारी दी कि पाठकों की भारी मांग को देखते हुए मेले की अवधि एक दिन के लिए बढ़ा दी गई है। अब मेले का समापन 30 दिसंबर 2024 को किया जाएगा।