त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) और उत्तर प्रदेश खाद्य सुरक्षा विभाग के साथ मिलकर प्रयागराज प्रशासन ने नगर की खाद्य सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए ऐतिहासिक कार्य किया है। अगले महीने होने वाले महाकुंभ से ठीक पहले नगर के 2100 स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को खाद्य सुरक्षा के लिए प्रशिक्षित किया गया।
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ के निर्देशन में मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के सभागार में स्ट्रीट फूड विक्रेताओं के लिए आयोजित एक दिवसीय फॉस्टैक प्रशिक्षण कार्यक्रम में व्यक्तिगत स्वच्छता, खाद्य प्रबंधन, खाना पकाने के तरीके और अपशिष्ट प्रबंधन समेत कई आवश्यक विषयों को शामिल किया गया। प्रतिभागियों को खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के बारे में भी जानकारी दी गयी। इसके तहत विशेष रूप से खाद्य व्यवसायों के लाइसेंस और पंजीकरण के संबंध में अनुसूची 4 में निर्धारित दिशा निर्देशों पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य स्ट्रीट फूड विक्रेताओं की जानकारी और तौर-तरीकों को बेहतर बनाना तथा बेहतर खाद्य सुरक्षा मानकों और सार्वजनिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना है। प्रशिक्षण के दौरान स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को हाईजीन किट्स भी बांटा गया, जिनमें एप्रॉन, ग्लब्स, हेड-गियर तथा स्ट्रीट फूड वेंडर्स मैनुअल शामिल है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में माननीय महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी व विधायक शहर उत्तरी हर्षवर्धन वाजपेयी ने स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को प्रोत्साहित किया। प्रशिक्षण के दौरान नगर मजिस्ट्रेट विनोद कुमार सिंह के साथ-साथ एफएसएसएआई के संयुक्त निदेशक अंकेश्वर मिश्रा समेत प्राधिकारण के दूसरे अधिकारी तथा राज्य खाद्य सुरक्षा विभाग से सुशील कुमार सिंह-अभिहित अधिकारी व अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आयोजन में एफएसएसएआई के ट्रेनिंग पार्टनर जनपहल ने स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को इकट्ठा करने तथा कार्यक्रम के समन्वय में अहम भूमिका निभाई।
भारत अपने स्ट्रीट फूड की वजह से दुनिया भर में लोकप्रिय है। ऐसे में खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए स्ट्रीट फूड वेंडर्स को प्रशिक्षित करना एक महत्वपूर्ण कदम है। इस संदर्भ में एफएसएसएआई ने तीन वर्षों (2023 से 2026 तक) में 25 लाख स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा रखा है। इसी क्रम में देश के हर बड़े शहर में स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
जैसा कि सबको मालूम है 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। इस आयोजन में करोड़ों लोगों के शहर में आने की संभावना है। ऐसे में खाद्य सुरक्षा की दृष्टि से शहर के स्ट्रीट फूड विक्रेताओं का प्रशिक्षित और सजग रहना आवश्यक है। इसी के मद्देनजर यह प्रशिक्षण कार्यक्रम महाकुंभ के दौरान खाद्य सुरक्षा को सुदृढ़ करने की राह में अहम कदम है।