त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
महाप्रबंधक/उत्तर मध्य रेलवे ने महाकुंभ मेला-2025 के संबंध में आयोजित की प्रेस वार्ता
प्रयागराज। महाप्रबंधक/उत्तर मध्य रेलवे, उपेन्द्र चंद्र जोशी की अध्यक्षता में महाकुंभ मेला-2025 की तैयारियों से अवगत कराने के लिए प्रयागराज मंडल कार्यालय के सभागार में प्रेस वार्ता आयोजित की गयी। इस प्रेस वार्ता में महाकुंभ मेला-2025 के लिए रेलवे द्वारा की गयी तैयारियों एवं योजनाओं से अवगत कराया।
महाप्रबंधक/उत्तर मध्य रेलवे ने प्रेस वार्ता में बताया कि रेलवे की सुविधाओं और योजनाओं से यात्री और श्रद्धालुओं को प्रचार प्रसार के माध्यम से अवगत कराया जा रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महाकुंभ रेल सेवा- 2025 ऐप एवं वेब पोर्टल शुरू किया गया है इसे आसनी से नेविगेट किया जा सकता है। ऐप एवं पोर्टल के माध्यम से दिशा-वार ट्रेन, मेला विशेष ट्रेन, स्टेशन पर यात्री आश्रय एवं यात्री सुविधाएँ, हेल्प लाइन नंबर एवं रेल टिकट बुक करने जैसे विविध सुविधाएं मिल सकेंगी।
रेलवे ने 01 नवंबर, 2024 से टोल फ्री नंबर 1800 4199 139 जारी किया है। 01 जनवरी, 2025 से यह चौबीसों घंटे प्रति शिफ्ट चार ऑपरेटरों द्वारा संचालित किया जाएगा और मेला अवधि के दौरान उड़िया, तमिल / तेलगु, मराठी और बंग्ला जैसी भाषाओं में जानकारी उपलब्ध कराएगा। यात्रियों की सुविधा के लिए बहुभाषी उदघोषणा प्रणाली शुरू की जा रही है। बहुभाषी उदघोषणा प्रणाली के माध्यम से महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को यात्रा संबंधित जानकारियां 12 भाषाओं – हिंदी, अंग्रेज़ी, गुजराती, मराठी, तामिल, कन्नड़, तेलुगू, मलयालम, बंग्ला, उड़िया,पंजाबी एवं असमिया में उद्घोषित की जाएंगी।
महाप्रबंधक/उत्तर मध्य रेलवे ने प्रेस वार्ता में बताया कि महाकुंभ -2025 के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 13000 से अधिक गाड़ियां चलायी जाएंगी। 10,000 से अधिक नियमित गाड़ियां एवं 3000 से अधिक विशेष गाड़ियों का संचालन किया जाएगा। इनमें से 1800 गाड़ियों छोटी दूरी के लिए, 700 गाड़ियां लंबी दूरी के लिए और 560 गाड़ियां रिंग रेल पर चलायी जाएंगी। प्रयागराज-प्रयाग-अयोध्या-वाराणसी-प्रयागराज, प्रयागराज संगम-प्रयाग-जौनपुर-प्रयाग-प्रयागराज संगम, गोविंदपुरी-प्रयागराज-चित्रकूट-गोविंदपुरी एवं वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-गोविंदपुरी-प्रयागराज-मानिकपुर-चित्रकूट-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी मार्गों पर रिंग रेल की योजना तैयार कर ली गयी है।
प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, नैनी, प्रयागराज छिवकी, प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग, प्रयागराज संगम और झूंसी सहित कुल 9 रेलवे स्टेशनों के साथ-साथ मेला क्षेत्र में यूटीएस, एटीवीएम, एमयूटीएस, पूछताछ और पीआरएस सहित कुल 560 टिकटिंग पॉइंट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इन काउंटरों से प्रतिदिन लगभग 10 लाख टिकट वितरित किए जा सकेंगे। रेलवे ने कुंभ मेल के दृष्टिगत अब अग्रिम रेलवे टिकट 15 दिन पूर्व लेने की सुविधा शुरू कर दी गयी है।
महाकुंभ -2025 में श्रद्धालुओं को अविस्मरणीय अनुभव देने के लिए प्रयागराज और आसपास के क्षेत्र में आधारभूत ढांचे पर वृहत स्तर पर कार्य किया है। प्रयागराज-रामबाग के मध्य गंगापुल, फाफामऊ-जंघई दोहरीकरण, प्रयागराज जंक्शन पर नई सिग्नल प्रणाली, प्रयागराज के 9 स्टेशनों पर प्लेटफ़ार्मों की संख्या में वृद्धि करके 40 से 48 कर दिया गया है। यात्री आश्रयों की संख्या में वृद्धि करके 11 से 28 कर दिया गए है, इन आश्रयों की क्षमता बढ़कर 130,000 हो गयी है। स्टेशनों पर वाशिंग लाइन सहित वेटिंग रूम, वेटिंग हाल, स्लीपिंग पॉड, रिटायरिंग रूम, एग्ज़ीक्यूटिव लाउंज, बैटरी अपरेटेड कार, व्हील चेयर, खानपान सुविधा, प्राथमिक चिकित्सा, यात्री सुविधा केंद्र, पर्यटक बूथ, प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र एवं क्लाक रूम सुविधाओं को उन्नत किया गया है। प्रयागराज क्षेत्र में 438 करोड़ रुपये की लागत से 21 रोड ओवर ब्रिज एवं रोड अंडर ब्रिजों का निर्माण किया गया है।
महाकुंभ -2025 अनुमानित भीड़ को देखते हुए भारतीय रेलवे के सभी हिस्सों से रेलवे सुरक्षा बल एवं राजकीय रेलवे पुलिस के 18000 हजार से अधिक जवानों को ड्यूटी पर प्रयागराज लाया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जाएग कि किसी भी स्टेशन पर क्रॉस मूवमेंट की संभावना न हो और यात्रियों की केवल यूनी डायरेक्शनल मूवमेंट सुनिश्चित किया जाएगा। इस दौरान प्रयागराज जंक्शन पर सिटी साइड से प्रवेश एवं सिविल लाइन साइड से निकासी की व्यवस्था रहेगी ।
किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए सभी स्टेशनों पर प्राथमिक उपचार बूथ स्थापित किए जा रहे हैं और रैपिड एक्शन टीमें भी बनाई गई हैं। परिवहन से संबंधित चिकित्सा सहायता देने के लिए सभी स्टेशनों पर एम्बुलेंस भी तैनात रहेंगी। प्रयागराज जंक्शन पर 06 बिस्तर वाला आबज़र्वेशन रूम बनाया गया है जो यात्रियों को मेडिकल एड देने के लिए उचित मात्रा में सभी प्रकार के उपकरण जैसे, ऑक्सीजन सिलेंडर, कनसंट्रेटर, ई सी जी मशीन, ग्लूकोमीटर, नेब्यूलाइज़र, स्ट्रेचर आदि उपलब्ध कराए गए हैं।
रेलवे द्वारा सफाई के संबंध में विशेष व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए रेलवे कोचों की सफाई के लिए 1000 से अधिक कर्मचारी तैनात किए है। इसी प्रकार स्टेशनों की साफ-सफाई के लिए लगभग 1000 से अधिक कर्मचारी तैनात किए है। यात्रियो को ठहरने के लिए यात्री आश्रयों की साफ़-सफाई के लिए अतिरिक्त सफाई कर्मचारी लगाए जाएंगे। समाज सेवी संस्थान जैसे पर्यावरण संरक्षण गतिविधि, संत निरंकारी मिशन, स्काउट एवं गाइड इत्यादि की भी सहायता ली जाएगी।
सुरक्षा तैयारियों को बेहतर बनाने के लिए संदिग्ध व्यक्ति/वस्तु का पता लगाने और स्टेशनों पर तलाशी अभियान के लिए आरपीएफ की डॉग स्क्वायड टीमों को तैनात किया जाएगा। यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी नियंत्रण कक्षों में लाइव फुटेज के साथ 1186 सीसीटीवी कैमरे उपलब्ध रहेंगे। इनमें से करीब 116 कैमरों में असामाजिक तत्वों की पहचान करने के लिए एआई आधारित फेस रिकग्निशन सिस्टम उपलब्ध कराया गया है।