त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
शंकरगढ़, प्रयागराज। यह देश के लिए गर्व की बात है कि वीरांगनाओं ने पाकिस्तान को धूल चटा दी। जिनके सिंदूर छिन गए थे, उनके लिए यह न्याय की शुरुआत है। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए दुश्मनों को साफ संदेश गया है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा। पहलगाम में आतंकवादियों ने महिलाओं को निशाना बनाया था और उनकी आंखों के सामने उनके सिंदूर यानी पतियों को धर्म पूछकर गोली मारी थी। यहां तक कि जब महिलाओं ने कहा हमारे पति को मार दिया, अब हमें भी मार दो तो आतंकियों ने कहा था – जाकर मोदी से कह देना। इसलिए इस ऑपरेशन सिंदूर को भी महिलाओं के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। सिंदूर का बदला सिंदूर से लिया गया। इस्लाम में कहा जाता है कि अगर किसी की मौत महिला के हाथों होती है तो उसे जन्नत नहीं मिलती। अब वे जन्नत से महरूम हो गए हैं। जिन्होंने महिलाओं का सिंदूर छीना, अब उन्हें जन्नत नहीं मिलेगी।
उक्त बातें सावित्री हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर के प्रबंधक डॉ.विनोद त्रिपाठी ने कहीं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पर भारतीय वायुसेना की ओर से की गई एयरस्ट्राइक की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने ने कहा हमें क्या पूरे देश को अपनी सेना पर गर्व है अपनी वीरांगनाओं पर गर्व है और इस समय पूरा भारत देश इस कार्रवाई से बहुत प्रसन्न है। एयर स्ट्राइक में आतंकी मसूद अजहर के ठिकानों को भी भारतीय वायुसेना ने बम से उड़ा दिया। जिसमें कुछ लोगों की मौत भी हुई । इसके बाद पाकिस्तानी सेना के कई अफसर उनके जनाजे में शामिल हुए। इस दौरान मसूद अजहर ने कहा ,काश हमें भी मार देते।
डॉ. विनोद त्रिपाठी ने कहा कि आज मसूद अजहर को समझ में आ रहा होगा कि परिवार को खोने का दर्द क्या होता है। डॉ.विनोद त्रिपाठी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हो रहे विरोध पर भी करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा जो लोग विरोध कर रहे हैं. करें। वहां औरतों का सिंदूर छीना गया था, इसलिए इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। शायद प्रधानमंत्री मोदी ने ही यह नाम दिया होगा। इससे उन परिवारों को राहत मिली है जिनका सब कुछ उजड़ गया था। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा आज अगर पाकिस्तान महफूज है तो सिर्फ भारत की दया पर। भारत से लड़ने की ना हैसियत थी, ना हैसियत होगी, अब वहां की सेना खुलेआम आतंकियों का अंतिम संस्कार कर रही है। यह साबित करता है कि पाकिस्तान में सरकार नहीं, सेना ही असली हुकूमत चला रही है।
