टीएन शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। एनडीआरएफ के आपदा प्रबंधन व प्रशिक्षण कार्यक्रम का सबसे बड़ा उद्देश्य आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी और अच्छी तरह से तैयार समुदाय से है, जो स्वतंत्र रूप से निर्णय ले सकता है और आपदा के स्थितियों में स्थानीय ज्ञान और संसाधनों का उपयोग कर बहुमूल्य जीवन को बचाने में मदद कर सकता है। इसे ध्यान मे रखते हुए आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन योजना के तहत मनोज कुमार शर्मा, उप महानिरीक्षक के दिशा-निर्देशन में 11 एनडीआरएफ वाराणसी की टीमें आपदा से बचाव एवं प्रबंधन हेतु बृहद पैमाने पर सामुदायिक जागरूकता स्कूल सुरक्षा, एवं क्षमता निर्माण कार्यक्रम के अभियान को चला रही है।
इसी कड़ी मे आगामी महाकुंभ-2025 के मद्देनजर आज दिनांक 24 अगस्त 2024 को, 11 एनडीआरएफ, वाराणसी की टीम 11K, निरीक्षक अनिल कुमार के नेतृत्व में नव निर्मित आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सेल्फी प्वाइंट, अरैल घाट , प्रयागराज(उत्तर प्रदेश) पर “सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम व क्षमता निर्माण कार्यक्रम” आयोजित कर आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया।
एनडीआरएफ के प्रशिक्षित एवं अनुभवी टीम , बांढ़ में बचाव के तरीके, बाढ़ की स्थिति में क्या करें और क्या न करें, सीपीआर, गले में फंसी बाहरी वस्तु के निकालने के तरीके, अस्पताल पूर्व के उपचार, तात्कालिक स्ट्रेचर बनाना, लिफ्टिंग और मूविंग के तरीके, इम्प्रोवाइज्ड फ्लोटिंग डिवाइस (राफ्ट) बनाना, आदि विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान स्थानीय नाविक संगठन व स्थानीय नागरिक , पर्यटक तथा जिला-प्रयागराज के पी ए सी तथा सहायक आपदा सलाहकार- कड़ेदीन यादव ( पूर्व प्रभारी जल पुलिस) व आपदा प्रबंधन के कर्मचारियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया तथा आपदा में राहत-बचाव की तकनीकों की बारीकियों को जाना। सभी लोगो ने एनडीआरएफ के इस कार्यक्रम को बहुत प्रशंसनीय और शिक्षाप्रद बताया।