मुख्य स्नान पर्वो पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय दिशा की ओर यात्रा के लिए रेलवे की विशेष व्यवस्था।

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट

प्रयागराज।  महाकुंभ-2025 में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर यात्री सुविधा प्रदान करने के लिए रेल प्रशासन ने वृहद स्तर पर तैयारी की है। रेल प्रशासन द्वारा महाकुंभ-2025 के लिए की गयी तैयारियों से श्रद्धालुओं और जन सामान्य तक को अवगत करने के लिए विभिन्न माध्यम से प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है।

महाकुंभ -2025 में मुख्य स्नान पर्व- पौष पूर्णिमा (13.01.2025), मकर संक्रांति (14.01.2025), मौनी अमावस्या (29.01.2025), बसंत पंचमी (03.02.2025), माघी पूर्णिमा (12.02.2025) एवं महाशिवरात्रि (26.02.2025) हैं। इन स्नान पर्वों पर देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालु संगम तट पर दर्शन और स्नान के लिए आते हैं।

रेल प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों के क्रम में ट्रेन से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगमता से उनके गंतव्य स्टेशन पर भेजने के लिए दिशावर ट्रेनों को चलाया जा रहा है। श्रद्धालु मुख्य स्नान पर्वो पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय दिशा की ओर जाने के लिए प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी एवं नैनी जंक्शन से यात्रा कर सकेगें। यह व्यवस्था मुख्य स्नान पर्व पर एक दिन पूर्व से लेकर दो दिन बाद तक लागू रहेगी।

प्रयागराज जंक्शन से पंडित दीन दयाल उपाध्याय दिशा की ओर यात्रा करने के लिए श्रद्धालुओं को प्रयागराज जंक्शन के गेट संख्या-2 से नीले रंग वाले टिकट के साथ नीले रंग वाले यात्री आश्रय संख्या-2 से प्रवेश देकर उचित प्लेटफॉर्म पर गाड़ी के लिए भेजा जायेंगा।

प्रयागराज छिवकी से पंडित दीन दयाल उपाध्याय दिशा की ओर यात्रा करने के लिए श्रद्धालुओं को प्रयागराज छिवकी के गेट संख्या-1बी से हरे रंग वाले टिकट के साथ हरे रंग वाले यात्री आश्रय संख्या-1 से प्रवेश देकर उचित प्लेटफॉर्म पर गाड़ी के लिए भेजा जायेंगा।

नैनी जंक्शन से पंडित दीन दयाल उपाध्याय दिशा की ओर यात्रा करने के लिए श्रद्धालुओं को नैनी जंक्शन के गेट संख्या-3 व 4 से पीले रंग वाले टिकट के साथ पीले रंग वाले यात्री आश्रय संख्या-4ए एवं 4बी से प्रवेश देकर उचित प्लेटफॉर्म पर गाड़ी के लिए भेजा जायेंगा।

AT Samachar
Author: AT Samachar

Leave a Comment

और पढ़ें

  • Buzz4 Ai
  • Ai / Market My Stique Ai
  • Earn Yatra

Read More Articles