त्रिभुवन नाथ शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। भारतीय रेलवे ने 2024-25 के लिए कुल बजटीय अनुदान का 76 प्रतिशत उपयोग किया है। बजट अनुमान 2024-25 में रेलवे के लिए कुल पूंजीगत व्यय 2,65,200 करोड़ रुपये है, जिसमें सकल बजटीय सहायता 2,52,200 करोड़ रुपये है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए कुल बजटीय अनुदान 260200 करोड़ रुपये था, जिसमें सकल बजटीय सहायता 2,40,200 करोड़ रुपये था।
भारतीय रेलवे ने पूंजीगत व्यय में अच्छी प्रगति की है। दिसंबर 2024 के अंत तक रेलवे ने पूंजीगत आवंटन का लगभग 2,00,805 (76%) उपयोग किया है, जो वित्तीय वर्ष 23-24 की तुलना में 4875 करोड़ रुपये अधिक है। दिसंबर 2024 तक सकल बजटीय सहायता के तहत पूंजीगत व्यय 191248 करोड़ रुपये है। जो दिसंबर 2023 तक 1,85,451 करोड़ था। सकल बजटीय सहायता उपयोग पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 3.12% अधिक है। भारतीय रेलवे ने नई लाइनें, गेज परिवर्तन, दोहरीकरण, यातायात सुविधा कार्य, रेलवे विद्युतीकरण, सार्वजनिक उपक्रमों और महानगरीय परियोजनाओं में निवेश जैसे क्षमता वृद्धि पर 81713 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
वित्तीय वर्ष के पहले 9 महीनों में सुरक्षा से संबंधित पूंजीगत व्यय का 82℅ खर्च किया गया। वित्तीय वर्ष 24-25 के लिए कुल बजटीय ग्रांट 34414 करोड़ है। रेलवे पहले ही 28063 करोड़ खर्च कर चुका है। ग्राहक सुविधाओं के लिए, चालू वित्तीय वर्ष के लिए पूंजीगत व्यय 15315 करोड़ है। रोलिंग स्टॉक के लिए, 50903 करोड़ का प्रावधान था। इसमें से 40354 करोड़ दिसंबर 2024 तक खर्च किए गए थे जो रोलिंग स्टॉक के लिए आवंटित बजट का 79℅ है।