एसडीएम बोले- सीधा अधिग्रहण करेंगे, ग्रामीणों ने कहा- जान देंगे पर जमीन नहीं
धर्मेंद्र प्रजापति की रिपोर्ट
चंदौली। मुगलसराय के मिल्कीपुर में प्रस्तावित बंदरगाह और फ्रेट विलेज को लेकर प्रशासन और ग्रामीणों के बीच गतिरोध बना हुआ है। उप जिलाधिकारी ने बंदरगाह की टीम और तहसीलदार के साथ गांव का दौरा किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह भारत सरकार की परियोजना है और जमीन का सीधा अधिग्रहण किया जाएगा।
ग्रामीणों ने एकजुट होकर जमीन देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वे अपनी जान दे सकते हैं, लेकिन जमीन नहीं देंगे। वार्ता विफल रही और प्रशासनिक अधिकारी खाली हाथ लौट गए।
इससे पहले 28 जून को समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि गंगा में पानी की कमी के कारण यह बंदरगाह परियोजना असफल होगी। उन्होंने ग्रामीणों से मिलने के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजने की बात कही थी।
वार्ता के दौरान समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रत्याशी चंद्रशेखर यादव, मुगलसराय महासचिव सुदामा यादव, पूर्व खादी ग्रामोद्योग सदस्य संतोष यादव समेत कई नेता मौजूद थे। ग्रामीणों की तरफ से ईशान मिल्की, वीरेंद्र साहनी, आस मोहम्मद, अखिलेश सिंह, विनय मौर्य सहित सैकड़ों महिलाएं और पुरुष उपस्थित रहे।
