टीएन शर्मा की रिपोर्ट
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में शुक्रवार को रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में रक्तदान करने के लिए विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों में उत्साह बरकरार रहा।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम के निर्देशन में मुक्त विश्वविद्यालय में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन स्वास्थ्य विज्ञान विद्या शाखा एवं तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय, प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने सरस्वती परिसर में रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों में रक्तदान के प्रति उत्साह बरकरार रहा। शिविर में 50 से अधिक लोगों ने नामांकन कराया, जिन्होंने रक्त समूह तथा ब्लड प्रेशर की जांच कराई। रक्तदान करने वालों में प्रमुख रुप से कुलसचिव कर्नल विनय कुमार, प्रोफेसर पी के स्टालिन, प्रोफेसर श्रुति, प्रोफेसर एके मलिक, डॉ शिवेंद्र प्रताप सिंह, डॉ मुकेश कुमार मौर्य, अनुपम, अनुराग शुक्ला एवं आशुतोष कुमार मिश्रा आदि प्रमुख रहे।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने रक्तदाताओं को प्रदेश शासन और बेली अस्पताल की तरफ से प्रशस्ति पत्र प्रदान किए और उनके प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
शिविर में स्थानीय तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय रक्तदान केंद्र की तरफ से हेमंत शुक्ला, डॉ संजू, अजय मिश्रा, संदीप मिश्रा, भूपेंद्र पांडे, लवलेश शुक्ला, वीरेन्द्र तथा उपासना आदि ने सक्रिय सहयोग किया।
प्रारंभ में कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम एवं तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय के रक्तदान केंद्र की टीम का स्वागत स्वास्थ्य विज्ञान विद्या शाखा की प्रभारी प्रोफेसर डॉ मीरा पाल ने किया।
इस अवसर पर रक्तदाताओं को प्रेरित करते हुए कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि विश्वविद्यालय में नियमित रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसके पूर्व भी विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों ने रक्तदान किया था। उन्होंने कहा कि रक्तदान बहुत पुण्य का कार्य है। हर स्वस्थ व्यक्ति को जीवन में एक बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए। रक्तदान कर हम मानव मात्र के जीवन की रक्षा में अमूल्य योगदान कर सकते हैं।
रक्तदान शिविर में 50 से अधिक लोगों ने नामांकन कराया। चिकित्सकों द्वारा स्वस्थ शरीर के लिए बेहतर जीवन पद्धति के बारे में बताया गया। इस अवसर पर कुलपति एवं अन्य शिक्षकों ने रक्तदाताओं का उत्साह वर्धन किया।